महाप्रभु की बाहुड़ा यात्रा के लिए जिला प्रशासन तैयार: जानें कब शुरु होगी रथ खींचने की प्रक्रिया
Bahuda Yatra 2020 बाहुड़ा यात्रा को लेकर सभी तैयारी पूरी कर ली गई हैं ये यात्रा 1 जुलाई मंगलवार को निकाली जाएगी।
भुवनेश्वर/पुरी, जेएनएन। श्रीक्षेत्र धाम पुरी में सुप्रीमकोर्ट के निर्देश पर बिन भक्तों की महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा निकाले जाने के बाद इसी तर्ज पर अब प्रभु की बाहुड़ा यात्रा के लिए पुरी जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। बाहुड़ा यात्रा में शामिल होने वाले श्रीमंदिर के सभी सेवक, पुलिस कर्मचारियों का कोविड परीक्षण कर लिया गया है। शहर के लोगों से रथयात्रा की ही तरह बाहुड़ा यात्रा में भी सहयोग करने की गुहार लगाई जा रही है। रथयात्रा की तरह ही शहर को पूरी तरह से शट डाउन कर श्री विग्रहों की बाहुड़ा यात्रा निकाली जाएगी।
वहीं दूसरी तरफ श्रीमंदिर प्रशासन की तरफ से बाहुड़ा यात्रा से लेकर नीलाद्री बिजे तक की तमाम रीति-निर्धारित कर ली गई है। श्रीमंदिर प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक 1 जुलाई को बाहुड़ा यात्रा, 2 जुलाई को सोना वेश, 3 जुलाई अधरपणा, 4 जुलाई को नीलाद्री बिजे नीति सम्पन्न की जाएगी।
श्रीमंदिर प्रशासन के मुताबिक महाप्रभु की बाहुड़ा यात्रा 1 जुलाई को है। बाहुड़ा यात्रा के दिन भोर 4 बजे श्रीगुंडिचा मंदिर में मंगल आरती की जाएगी। इसके बाद 4 बजकर 15 मिनट पर मइलम, 4 बजकर 30 मिनट पर तड़पलागी, 4:30 बजे रोषहोम, 5 बजे अवकाश, 5:15 बजे सूर्यपूजा, 5:30 बजे द्वारपाल पूजा, श्रंगार शेष, 5:45 से 6:45 बजे तक गोपाल बल्लभ एवं सुबह की धूप (खिच़ड़ी भोग) होगा।
7 से 7:30 बजे तक सेनापटा लागी, 7:45 बजे मंगलार्पण, 8 से 10 बजे तक बाहुड़ा पहंडी अर्थात श्री विग्रहों को रथ पर विराजमान किया जाएगा। 9 बजे से 10:30 बजे तक रथ पर श्री विग्रहों का वेश किया जाएगा। 10:30 से 11:30 बजे तक तीनों रथों पर गजपति महाराज छेरापहंरा नीति सम्पन्न करेंगे। 11 से 12 बजे तक रथपर सीढ़ी लगाई जाएगी इसके साथ तीनों रथों में घोड़ा लगाया जाएगा। 12 बजे से रथ खींचने की प्रक्रिया शुरु की जाएगी।