आंध्र में फंसे 42 बीईडी छात्र, सरकार से वापस लाने की गुहार
बीईडी की परीक्षा देने आंध्र प्रदेश गए मयूरभंज व बालेश्वर जिले के 42 छात्र वहां फंस गए हैं। रेल बस यातायात बंद होने के कारण इनका अपने घर लौटाना संभव नहीं हो पा रहा है।
संसू, भुवनेश्वर : बीईडी की परीक्षा देने आंध्र प्रदेश गए मयूरभंज व बालेश्वर जिले के 42 छात्र वहां फंस गए हैं। रेल, बस यातायात बंद होने के कारण इनका अपने घर लौटाना संभव नहीं हो पा रहा है। इन छात्रों ने सोशल मीडिया के जरिये राज्य सरकार, केंद्रीय राज्य मंत्री प्रताप षाड़ंगी और मयूरभंज सांसद से मदद की गुहार लगाई है। छात्रों का कहना है कि मार्च 16 से 31 तक बीईडी परीक्षा प्रकाशम जिले के तर्लुपाडु कॉलेज ऑफ एजुकेशन में होनी थी। परीक्षा के लिए ये लोग कॉलेज के निकट मार्कापुर पहुंचे थे। कोरोना को लेकर परीक्षा रद हो गई । उन्होंने वापसी के लिए 22 मार्च का टिकट बनाया था और ट्रेन सेवा रद होने के बाद अब उनके लिए वापस लौटना मुश्किल हो गया है। ऐसी स्थिति में आंध्र में फंसे इन छात्रों ने सरकार से मदद करने का अनुरोध किया है। परीक्षा देने गए छात्रों में 2 गर्भवती महिला परीक्षार्थी भी हैं। इसके अलावा 24 छात्र और 18 छात्राएं हैं। ये लोग बालेश्वर जिले के भोगराई, जलेश्वर, बालिआपाल, सोरो निलगीरी, भद्रक, बारीपदा के रहने वाले हैं।
सिंकदाराबाद में फंसे ओड़िया श्रमिक
हम जाजपुर से सिकंदराबाद काम करने के लिए आए थे। कोरोना के कारण काम वर्तमान समय में बंद हो गया है। हमारे पास अब खाने के लिए कुछ भी नहीं है। पैसा भी नहीं है। हमारी मदद करें अन्यथा राज्य सरकार हमें यहां से हमें हमारे घर पहुंचाने की व्यवस्था करे। एक वीडियो के जरिए सिकंदराबाद में फंसे ओड़िया श्रमिकों ने राज्य सरकार से अनुरोध किया है। जाजपुर जिला के कुछ ओड़िया श्रमिक मजदूरी करने के लिए सिकंदराबाद गए थे। कोरोना वायरस को लेकर सभी कामकाज ठप हो गए हैं। यातायात भी पूरी तरह से ठप हो गया है। कोई भी ट्रेन या बस नहीं चल रही है। इससे अब वे वहां से वापस अपने घर भी लौट नहीं पा रहे हैं। ऐसी अवस्था में वे वहां उन्हें निकालने के लिए राज्य सरकार से निवेदन किया है।