गांधी जयंती से ट्रेनों व स्टेशनों में प्लास्टिक बैन
हरित पहल के तहत पूर्वतट रेलवे जागरूकता अभियान चला कर परिसर व क्षेत्र में प्लास्टिक के उपयोग को रोकने का प्रयास कर रहा है।
जासं, भुवनेश्वर : हरित पहल के तहत पूर्वतट रेलवे जागरूकता अभियान चला कर परिसर व क्षेत्र में प्लास्टिक के उपयोग रोकने का प्रयास कर रहा है। प्लास्टिक से पर्यावरण को होने वाले नुकसान को देखते हुए रेलवे ने स्टेशन, ट्रेनों, आवासीय परिसर एवं कार्यालय परिसर में एकल उपयोग में लायी जाने वाली प्लास्टिक को पूरी तरह से प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया है। इसी क्रम में पूर्वतट रेलवे के महाप्रबंधक विद्या भूषण ने रेल सदन स्थित मुख्यालय में कर्मचारियों व अधिकारियों को दैनिक क्रियाकलाप में एकल उपयोग वाली प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने की शपथ दिलायी। रेल अधिकारियों व कर्मचारियों ने इस संबंध में लोगों को भी जागरूक करने की शपथ ली है।
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार ने 2 अक्टूबर, 2019 को महात्मा गांधी के जन्मदिन से देश भर में प्लास्टिक थैली, कप, प्लेट, छोटी बोतल, स्ट्रॉ एवं कुछ विशिष्ट प्रकार के पैकेट जैसे एक उपयोग वाली प्लास्टिक की वस्तुओं पर बैन लगाने का निर्णय लिया है। इस तरह की प्लास्टिक की वस्तुएं आज मानव जीवन के लिए एक विकट समस्या है। प्लास्टिक में पाये जाने वाले रासायनिक पदार्थो से मानव स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। कुछ मामलों में तो ये रासायनिक मानव शरीर के हार्मोन की सामान्य कार्यप्रणाली को अवरुद्ध कर देते हैं और कैंसर व इस जैसी बड़ी बीमारियों का कारण बनते हैं।
पूर्वतट रेलवे की ओर से स्टेशन परिसर व ट्रेनों मे विक्रेताओं द्वारा प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने को जागरूक किया जा रहा है। स्टेशनों लगाए गए बॉटल क्रसिंग मशीन से भी इस प्रयास में काफी सहायता मिल रही है। पूर्वतट रेलवे की ओर से इसके क्षेत्राधिकार में विशाखापत्तनम स्टेशन में 6, भुवनेश्वर में 2, पुरी में 2, संबलपुर में 1, खुर्दारोड स्टेशन में 1 एवं कटक स्टेशन में 4 प्लास्टिक क्रसिंग मशीनें लगायी गयी हैं। इसके साथ ही अन्य महत्वपूर्ण स्टेशनों में भी इस तरह की मशीनें लगाने का प्रावधान है।