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भुवनेश्वर में भी नुआंखाई पर्व की रही धूम

पवित्र नुआंखाई पर्व के मौके पर पैतृक गांव न जा पाने वाले पश्चिमी ओडिशा के वाशिंदों ने मंगलवार को राजधानी में ही पर्व मनाया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 03 Sep 2019 09:01 PM (IST)Updated: Fri, 06 Sep 2019 06:58 AM (IST)
भुवनेश्वर में भी नुआंखाई पर्व की रही धूम

संसू, भुवनेश्वर: पवित्र नुआंखाई पर्व के मौके पर पैतृक गांव न जा पाने वाले पश्चिमी ओडिशा के वासिदों ने मंगलवार को राजधानी में ही पर्व मनाया। सुबह परिवार के सदस्य नहा धोकर मंदिर में पूजा अर्चना करने निकले। पश्चिम ओडिशा की आराध्य देवी मां समलेश्वरी को नए धान से प्रस्तुत खीर व अन्य व्यंजन का भोग अर्पण किया गया। भाद्रपद के शुक्लपक्ष पंचमी तिथि को पश्चिम ओडिशा का मुख्य पर्व नुआंखाई यानी नए अन्न का सेवन मनाया जाता है। यह पर्व कृषि आधारित पर्व है। अपने जमीन में उगाए गये नए धान के चावल से प्रस्तुत अन्न को मां समलेश्वरी तथा आराध्य देवी को सबसे पहले अíपत किया जाता है। बाद में परिवार के समस्त सदस्य एक साथ बैठकर भोजन करते हैं। नुआंखाई के दिन पश्चिम ओडिशा के लोग अपने अपने घर जाते हैं लेकिन जो परिस्थिति के चलते गांव नहीं जा पाए उन्होंने राजधानी में अपने घर में ही नुआंखाई का पर्व मनाया है। नवान्न खाने के उपरांत अपने से बड़ों को प्रणाम, नमस्कार किये जाने की परंपरा है जिसे नुआंखाई जोहार कहा जाता है।

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