ओडिशा के महज 33 शिक्षण संस्थान नाड योजना में शामिल
विभिन्न शिक्षागत योग्यता के लिए नकली प्रमाणपत्र एक बड़ी समस्या बन गई है।
संसू, भुवनेश्वर : विभिन्न शिक्षागत योग्यता के लिए नकली प्रमाणपत्र एक बड़ी समस्या बन गई है। इससे निजात पाने के लिए शैक्षणिक संस्थानों द्वारा आनलाइन सर्टिफिकेट योजना चलाई गई है। मगर ओडिशा में मात्र 33 शिक्षण संस्थान ही इस महत्वाकांक्षी योजना में शामिल हो पाए हैं। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने जालसाजी रोकने के लिए नेशनल एकेडमिक डिपोजिटरी (नाड) योजना चलाई है। सन 2017 से यह योजना लागू होने और देश भर के चार करोड़ से ज्यादा विद्यार्थियों के सर्टिफिकेट अपलोड किए जा चुके हैं। इस व्यवस्था से सर्टिफिकेट खोने, नष्ट होने एवं नकल होने की आशंका नहीं रहती है। इस योजना के अंतर्गत पंजीकरण कराने वाले छात्र-छात्रा कभी भी, कहीं भी अपने सर्टिफिकेट डाउनलोड कर सकते हैं। मगर जागरूकता के अभाव में इस महत्वाकांक्षी योजना का अपेक्षित लाभ नहीं मिल पा रहा है। पूरे देश में 1043 शैक्षणिक संस्थान इस योजना में शामिल हो चुके हैं मगर ओडिशा राज्य इस योजना में बहुत पीछे रह गया है। राज्य के मात्र 33 शिक्षण संस्थान ही अबतक योजना में पंजीकृत हैं।