बहुचर्चित सत्यम डेवलपर्स के मालिक की हत्या का खुलासा: 50 लाख रुपए में हुई थी डील, 7 गिरफ्तार
बहुचर्चित सत्यम डेवलेपर्स के मालिक रमेश बेहरा के हत्या के मामले में 7 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस घटना को अंजाम देने के लिए 50 लाख रुपए का डील किए जाने की बात एसपी ने बतायी है।
बालेश्वर, जागरण संवाददाता। बालेश्वर के बहुचर्चित सत्यम डेवलेपर्स के मालिक रमेश बेहरा के हत्या का मामला बालेश्वर की पुलिस ने सुलझा लिया है। इसकी सूचना बालेश्वर के एसपी सुधांशु मिश्रा ने पत्रकारों को दी है। एसपी की मानें तो जमीन की खरीद और बिक्री को लेकर मृतक रमेश के एक अन्य दलाल के साथ दुश्मनी को लेकर यह घटना घटी थी।
इस घटना में तीन मास्टरमाइंड समेत चार सहयोगियों को कुल मिलाकर 7 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस हत्याकांड की योजना करीब एक महीना पहले बनायी गयी थी तथा इस घटना को अंजाम देने के लिए 50 लाख रुपए का डील किए जाने की बात एसपी ने बतायी है। सत्यम डेवलपर्स के मालिक रमेश बेहरा के साथ इसी जमीन को लेकर स्थानीय गणेश्वर पुर नामक गांव के एक अन्य जमीन दलाल मुन्ना उर्फ चितरंजन पानी ग्राही के साथ विगत कई महीनों से मनमुटाव चल रहा था।
जमीन खरीद और बिक्री कि इस चिंगारी ने आखिरकार आग का रूप धारण कर लिया, जिसके चलते रमेश को जान गंवानी पड़ी। एसपी ने बताया कि श्री कृष्ण पुर नामक इलाके के 2 एकड़ 27 डिसमिल जमीन को लेकर पुरानी रंजिश चल रही थी। जिसे लेकर अजीतपुर गांव का रंजन साहू तथा श्री कृष्ण पुर गांव का शंभू नाथ विश्नोई के सहयोग से 1 महीने पहले इस हत्याकांड की योजना बनाई गई थी। इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए 50 लाख रुपए का सौदा हुआ था। सौदे के मुताबिक शंभू नाथ ने ही चितरंजन से एक लाख रुपए एडवांस के रूप में लिए थे। उसी के अनुसार गत महीने के 28 तारीख को हत्या को अंजाम देने के लिए बुलाया था। रमेश के आफिस के ऊपर इन लोगों की कड़ी नजर रहती थी हत्या वाले दिन शाम को रंजन ने रमेश को अपने जमीन के पास कुछ जरूरी बातें कहने के लिए बुलाया था।
रमेश जैसे ही वहां पहुंचा वहां पहले से तैयार संभू और रंजन दोनों ने रमेश के ऊपर ताबड़तोड़ हमले शुरू कर दिए। कटारी तलवार से रमेश के ऊपर कई-कई वार किए जिससे कि रमेश वही लहूलुहान होकर गिर पड़ा तथा घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई थी। उस वक्त घटनास्थल पर एक और आरोपी कृष्ण पुर गांव का रहने वाला कमल बेहेरा भी वहां मौजूद था कमल बेहेरा को भी इस हत्याकांड की पहले से सूचना थी।
हत्याकांड को अंजाम देने की बाद सभी आरोपी घटनास्थल से फरार हो गए थे। सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल फोन काल की जांच के आधार पर रमेश के परिवार तथा स्थानीय लोगों के सूचना के आधार पर पुलिस ने 4 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद अस्थिपुर गांव का गोपीनाथ मयूरभंज जिला का मानस कुमार प्रधान गढ़िया गांव का भंजू रंजन समेत कुल 7 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। एसपी की माने तो और कई लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया जा सकता है। गिरफ्तार किए गए लोगों के पास से पुलिस ने 7 मोबाइल फोन, नगद 42 हजार रुपये, एक आटो रिक्शा, एक बोलेरो गाड़ी, कटारी, तलवार और एक क्रेटा गाड़ी जब्त की है।