ओडिशा में जलका नदी खतरे के निशान से ऊपर, कई जगहों पर बाढ़ की स्थिति
ओडिशा में जलका नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है, यहां आठ अगस्त तक मूसलाधार बारिश होने की संभावना है।
बालेश्वर, जेएनएन। बालेश्वर जिला के अंतर्गत बस्ता ब्लाक के अधीन जलका नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। इसके कारण उत्तर ओडिशा में कई जगहों पर बाढ़ की स्थिति बन गई है। इससे स्थानीय लोगों की चिंता बढ़ गई है।
मौसम विभाग की माने तो उत्तर ओडिशा में आठ अगस्त तक मूसलाधार बारिश होने की संभावना है। यदि ऊपरी हिस्से व निचले हिस्से में लगातार बारिश का दौर जारी रहा तो जिले की अन्य नदियां के साथ स्वर्णरेखा एवं बुढ़ा बलंग नदी में भी बाढ़ की स्थिति बन सकती है। ऐसे में उत्तर ओडिशा पूरी तरह से जलमग्न हो जाएगा।
फिलहाल ताजा खबर के मुताबिक इस क्षेत्र के ऊपरी हिस्सों में लगातार बारिश होने के कारण जलका नदी में बाढ़ आ गई है। इस नदी में खतरे का निशान 5.5 मीटर है जबकि मौजूदा समय में नदी जलस्तर 5.8 मीटर पहुंच गया है। इसके चलते बस्ता ब्लाक की आठ पंचायत तथा सदर ब्लाक की एक पंचायत पानी के घेरे में आ गई है। बस्ता के बहरदा, मथानी, सदानंदपुर, मुखलसी, दरड़ा, बहला, राउतपदा, पड़ापदा, उड़िया नामक पंचायत तथा सदर ब्लाक के काशीपदा पंचायत पूरी तरह से पानी से घिर गई है।
नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी होने से इस क्षेत्र में हजारों एकड़ फसल बाढ़ के पानी में डूब गई है। बालेश्वर जिले में यह इस साल की पहली बाढ़ है। इसके कारण स्थानीय लोगों का हाल बेहाल हो गया है। किसान हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। जिले में बाढ़ की स्थिति और राहत कार्य के संबंध में बालेश्वर के जिलाधीश रमेश राउत
ने बताया कि सभी पंचायतों में व्यवस्था उपलब्ध करा दी गई है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयार है।
दक्षिण व तटीय ओडिशा में तेज बारिश की संभावना
बंगाल की खाड़ी में बने कम दवाब के क्षेत्र के चलते राज्य के विभिन्न इलाकों में बारिश का दौर जारी है। इस बीच मौसम विभाग के अनुसार दक्षिणी ओडिशा सहित तटीय ओडिशा के 12 जिलों में तेज बारिश होने की संभावना है।
विभाग के अनुसार कम दवाब का क्षेत्र बन जाने के कारण उत्तरी पश्चिम बंगाल का खाड़ी क्षेत्र अशांत बना हुआ है इसी के चलते क्षेत्र में चक्रवात सक्रिय हो गया है। जिसके दक्षिण की ओर बढ़ने की संभावना है। जिससे दक्षिण ओडिशा सहित तटीय ओडिशा के 12 जिले प्रभावित होंगे। विभाग ने मछुआरों को आगामी 24 घंटे के दौरान समुद्र में न जाने की सलाह दी है। साथ ही प्रशासन को भी सतर्क रहने को कहा है।