शव सड़क किनारे फेंक फरार हुआ एंबुलेंस चालक
प्रदेश में एक बार फिर मानवता तब शर्मसार हो गई जब बालेश्वर मुख्य अस्प
जागरण संवाददाता, बालेश्वर : प्रदेश में एक बार फिर मानवता तब शर्मसार हो गई जब बालेश्वर मुख्य अस्पताल में भर्ती एक मरीज की मौत के बाद डाक्टरों ने एंबुलेस से शव को उसके आवास पर भेजा जरूर पर चालक ने वहां पर उसके किसी अपने के न मिलने पर शव सड़क के किनारे फेंक दिया और वहां से चला गया।
मृतक इलाहाबाद के मलमा गांव का रहने वाला था और यहां पर रहकर पिछले कई सालों से मजदूरी कर रहा था। उसका एक भाई कटक में रहता है, जिसे बुलाकर शव उसके हवाले कर दिया गया। वहीं, सोरो थाना पुलिस ने एंबुलेस चालक द्वारा शव को फेंक देने की घटना से इन्कार किया है।
सोरो थाना अंतर्गत उत्तरेश्वर चौराहे पास अकेले रहने वाले 60 वर्षीय शेख रहमान खान की तबियत अचानक बिगड़ गई तो स्थानीय लोगों की सहायता से उसे सोरो अस्पताल लाया गया। जहां पर डाक्टरों ने उसे बालेश्वर मुख्य अस्पताल रेफर कर दिया। इलाज के क्रम में गुरुवार को सुबह रहमान की मौत हो गई। इसके बाद डाक्टरों ने शव को सोरो भेजने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था की। रहमान के साथ कोई अपना न होने के कारण एंबुलेंस ड्राइवर उसका शव लेकर उत्तरेश्वर चौराहा पहुंचा तो वहां कोई सगा न होने से शव का दावेदार नहीं मिला। काफी देर इधर- उधर भटकने के बाद ड्राइवर ने शव को पाईकाली पुल के पास रास्ते के किनारे रख दिया और चला गया। घटना की सूचना पाते ही सोरो थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए ले गई। इसके बाद कुछ लोग मदद के लिए आगे आए। उन्होंने एंबुलेंस चालक को गिरफ्तार करने की मांग की है।
इस बीच सोरो थाना प्रभारी काíतक मलिक ने बताया कि रहमान खान के पिता का नाम खालू खान है। उसका घर इलाहाबाद के मलमा गांव में है। वह पिछले कई सालों से यहां पर रहकर बर्फ फैक्ट्री में काम करता था। उसका एक भाई कटक में रहता है, जिसका नाम सिकंदर खान है। शव को फेंक दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर थाना प्रभारी ने बताया कि शव फेंका नहीं गया, बल्कि एंबुलेंस चालक ने शव उत्तरेश्वर चौराहे के पास पहुंचा दिया। अब शव को उसके भाई के हवाले कर दिया गया है।