रमन सिंह बोले, नक्सली हिंसा और पलायन के कुख्यात बस्तर की तस्वीर बदली
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले बस्तर के गांवों में सड़क और बिजली नहीं थी, नक्सलवाद का आतंक चरम पर था।
जगदलपुर। एक समय था जब बस्तर को नक्सलवाद और पलायन के लिए जाना जाता था पर आज बस्तर की तस्वीर बदली हुई है। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री बस्तर को आकर देख रहे हैं। सही मायनों में बस्तर करवट बदल रहा है और यही परिवर्तन विकास है। मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने उक्त बातें शनिवार शाम को बकावण्ड ब्लॉक के तारापुर में अटल विकास यात्रा को संबोधित करते हुए कही।
हजारों ग्रामीणों की सभा को संबोधित करते मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले बस्तर के गांवों में सड़क और बिजली नहीं थी, नक्सलवाद का आतंक चरम पर था। कांग्रेस ने कभी बस्तर के गरीब आदिवासियों को चावल, पक्का मकान, बिजली और बेहतर स्कूल देने की सोची भी नहीं पर इन 14 सालों में हर गांव में पक्की सड़क बन गई है और बिजली पहुंच गई है। बस्तर की सड़कें चमचमा रही हैं।
मेडिकल कॉलेज के बाद नगरनार इस्पात संयंत्र बस्तर के विकास का मील का पत्थर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे 750 करोड़ रुपये का तेंदूपत्ता बोनस बांटने निकले हैं, इसकी कल्पना भी कांग्रेसी नहीं कर सकते। मेरी नीति और नीयत ठीक है इसलिए विकास के लिए पैसों की कमी नहीं है। कांग्रेस ऐसा विकास इसलिए नहीं कर पाई क्योंकि उनके नीयत में खोट है।
धान पर 300 रुपये बोनस देगी सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष बारिश अच्छी हुई है और किसानों के चेहरे पर खुशी है। यह खुशी इसलिए भी है क्योंकि केंद्र ने धान का समर्थन मूल्य 200 रुपये बढ़ाया और रमन सरकार 300 रुपये बोनस देने जा रही है। धान खरीदी एक अक्टूबर से प्रारंभ होने जा रही है और किसानों को दो महीने के अंदर बोनस भी मिल जाएगा।
कांग्रेस के शासन में लोग पांच क्विंटल से अधिक धान नहीं बेच सकते थे और भुगतान भी महीनों बाद होता था। सभा में मंत्री केदार कश्यप, सांसद दिनेश कश्यप, युवा आयोग के अध्यक्ष कमलचंद्र भंजदेव, जिला पंचायत अध्यक्ष जबिता मंडावी, विधायक संतोष बाफना, श्रीनिवास राव मद्दी, डॉ सुभाऊ कश्यप आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
103 करोड़ के 110 विकास कार्यों का किया
मुख्यमंत्री ने बस्तर जिले के बकावण्ड विकासखण्ड के तारापुर आमसभा में 103 करोड़ के 110 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। उन्होंने 74 हजार 612 हितग्राहियों को 9 करोड़ 48 लाख 1 हजार 952 रुपए की हितग्राहीमूलक सामग्री वितरित की।
इनमें 36 हजार 140 तेंदूपत्ता संग्राहकों को 5 करोड़ 89 लाख 44 हजार रुपए का बोनस और 34 हजार 721 तेंदूपत्ता संग्राहकों को चरणपादुका शामिल है। एचपी विद्युत पम्प, पैडी ट्रांसप्लांटनर, रीपर, बैटरी पावर स्प्रेयर, स्प्रिंकलर पाइप, ड्रेगनेट, गिलनेट, कलेक्शन नेट व आइस बॉक्स, टिफिन, स्मार्टफोन, प्रधानमंत्री आवास योजना का स्वीकृति पत्र, परिवार सहायता योजना के तहत सहायता राशि, ई-रिक्शा, सायकल, जूता, चप्पल छतरी, सिंचाई पम्प, आयुष्मान भारत कार्ड, एलपीजी कनेक्शन आदि प्रदान किए गए।