सेहत भी मोदी के एजेंडे में
चुनावी वादे पर अमल करते हुए मोदी सरकार ने सबके लिए स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने की तैयारी शुरू कर दी है। इस लिहाज से देश की स्वास्थ्य नीति नए सिरे से तैयार की जा रही है। सरकार ने शिशु मृत्यु दर को काबू करने के लिए राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में चार नए टीके शामिल करने का पहले ही एलान कर दिया है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो । चुनावी वादे पर अमल करते हुए मोदी सरकार ने सबके लिए स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने की तैयारी शुरू कर दी है। इस लिहाज से देश की स्वास्थ्य नीति नए सिरे से तैयार की जा रही है। सरकार ने शिशु मृत्यु दर को काबू करने के लिए राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में चार नए टीके शामिल करने का पहले ही एलान कर दिया है। इसी तरह गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य के लिहाज से भी नई नीति में व्यापक तैयारियां होंगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव लव वर्मा बताते हैं कि नई स्वास्थ्य नीति जल्दी ही बनकर तैयार हो जाएगी। उनके मुताबिक इसका मुख्य लक्ष्य देश भर में सभी लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाना है। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन [एनआरएचएम] की मदद से पिछले कुछ वर्षो में सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों की ढांचागत सुविधाएं विकसित करने के लिहाज से जो काम हुआ है, उसके बाद लोगों की सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं से उम्मीदें बढ़ गई हैं। उन इलाकों में भी लोग सरकारी अस्पतालों की ओर रुख कर रहे हैं, जहां आम तौर पर स्थानीय लोग ही नहीं पहुंचते थे। इसलिए नई स्वास्थ्य नीति इस बढ़ी मांग के मुताबिक देश के सभी लोगों तक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने का लक्ष्य रखेगी।
नवजात शिशु मृत्यु दर [आइएमआर] और मातृत्व मृत्यु दर [एमएमआर] को काबू करना देश के लिए दो सबसे बड़ी चुनौतियां हैं। शिशु मृत्यु को घटाने के लिए नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनते ही एक अहम एलान करते हुए राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में चार नए टीके शामिल कर लिए हैं। इनमें से रुबेला और रोटावायरस के टीके खास तौर पर बच्चों को गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से बचाएंगे। इसी तरह गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करवाने के लिए विशेष तौर पर व्यवस्था की जाएगी।
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