पेरिस हमला : गलती से तहखाने में गईं महिलाएं, बच गई जान
पेरिस के बाटाक्लां कॉन्सर्ट हॉल में हुए आतंकी हमले की गवाह दो ब्रिटिश महिलाओं ने बताया कि उन्होंने तहखाने के नीचे तीन घंटे तक छिपे रहकर अपनी जान बचाई। स्कॉटलैंड की रहने वाली मैरीशा पेयनी और क्रिस्टीन टुडोपी ने बताया कि ऊपर आतंकी गोलियां चला रहे थे। उन्होंने बताया कि
पेरिस। पेरिस के बाटाक्लां कॉन्सर्ट हॉल में हुए आतंकी हमले की गवाह दो ब्रिटिश महिलाओं ने बताया कि उन्होंने तहखाने के नीचे तीन घंटे तक छिपे रहकर अपनी जान बचाई। स्कॉटलैंड की रहने वाली मैरीशा पेयनी और क्रिस्टीन टुडोपी ने बताया कि ऊपर आतंकी गोलियां चला रहे थे। उन्होंने बताया कि आतंकी फ्रेंच भाषा में बात कर रहे थे।
तहखाने में उन्होंने ग्रेनेड के धमाकों, विस्फोटकों और लोगों की चीख-पुकार सुनी। दो बच्चों की मां मैरीशा (33) ने बताया कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं अपने बच्चों को दोबारा देख सकूंगी। मुझे यकीन ही नहीं होता है कि हम उस आतंकी घटना के बाद जिंदा बच गए।
एक अन्य ब्रिटिश महिला मिशेल ओ'कॉर्नर ने बताया कि वह अपनी दोस्त को बचाने के लिए उसके ऊपर लेट गईं। उस रात आतंकियों ने करीब 158 लोगों को मौत के घाट उतार दिया और 352 लोग आतंकी हमले में घायल हो गए। इसमें से 99 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। फ्रांस के अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में से करीब 30 शवों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।
हाना कोर्बेट और जैक कोंडा ने बताया कि जब आतंकी बाटाक्लां के अंदर घुसे तो चारों ओर अफरा-तफरी का माहौल फैल गया। आतंकी गोलियों की बौछार कर रहे थे। इससे बचने के लिए कुछ लोग घुटनों के बल चलते हुए छिपने की कोशिश कर रहे थे, तो कुछ लोगों ने मरे होने का नाटक किया।
उन्होंने बताया कि एके-47 राइफल लिए मास्क पहने चार आतंकी बाटाक्लां हॉल में गोलियों की बौछार करते जा रहे थे। इस युगल ने घुटनों के बल चलकर अपनी जान बचाई।