गुलाम कारोबार इतिहास का सबसे घृणित अध्याय
गुलाम कारोबार को इतिहास का सबसे घृणित अध्याय बताते हुए भारत ने जोर देकर कहा है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय की जिम्मेदारी है कि वह इस प्रकार का अपराध अब मानवता के खिलाफ नहीं होने दे।
संयुक्त राष्ट्र। गुलाम कारोबार को इतिहास का सबसे घृणित अध्याय बताते हुए भारत ने जोर देकर कहा है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय की जिम्मेदारी है कि वह इस प्रकार का अपराध अब मानवता के खिलाफ नहीं होने दे।
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राज्यसभा सदस्य अश्विनी कुमार ने 'एबोलिशन ऑफ द ट्रांसअटलांटिक स्लेव ट्रेड' मुद्दे पर सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा कि गुलाम कारोबार मानव जाति के इतिहास के सबसे घृणित अध्यायों में से एक है। इसने उपनिवेशवादियों के आर्थिक लालच और शोषण के लिए अफ्रीकी और कैरेबियाई देशों को बर्बाद कर दिया। पूर्व विधि मंत्री अश्रि्वनी कुमार यहां संयुक्त राष्ट्र के विभिन्न सत्रों में भाग लेने आए भारतीय सांसदों के प्रतिनिधिमंडल में शामिल हैं। गुलाम प्रथा समाप्त करने को लेकर महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू के समर्पण का हवाला देते हुए कुमार ने कहा कि वर्तमान और भावी पीढि़यों को जागरूक करने को लेकर शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। शिक्षा के माध्यम से लोगों को इतिहास, गुलाम प्रथा के कारण और प्रभाव के बारे में जानकारी मिल सकती है। वह इसी सप्ताह वाशिंगटन जाएंगे। वहां उनके अमेरिकी सांसदों व भारतीय प्रवासियों से मुलाकात की संभावना है।
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