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सीरिया के प्रधानमंत्री ने की बगावत!

सीरिया के प्रधानमंत्री रियाद फरीद हिजाब परिवार समेत देश छोड़कर चले गए हैं। सोमवार को सरकारी टीवी ने कहा कि राष्ट्रपति बशर अल असद ने रियाद को बर्खास्त कर दिया है। दूसरी ओर विद्रोहियों का दावा है कि रियाद ने असद के खिलाफ बगावत कर दी है और उन्हें निकाला नहीं गया है।

By Edited By: Published: Tue, 07 Aug 2012 08:28 AM (IST)Updated: Tue, 07 Aug 2012 08:34 AM (IST)

दमिश्क। सीरिया के प्रधानमंत्री रियाद फरीद हिजाब परिवार समेत देश छोड़कर चले गए हैं। सोमवार को सरकारी टीवी ने कहा कि राष्ट्रपति बशर अल असद ने रियाद को बर्खास्त कर दिया है। दूसरी ओर, विद्रोहियों का दावा है कि रियाद ने असद के खिलाफ बगावत कर दी है और उन्हें निकाला नहीं गया है।

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रियाद अपने परिवार के साथ जॉर्डन पहुंच चुके हैं। हालाकि, अल अरबिया उनके कतर जाने का दावा कर रहा है। सीरियाई विद्रोहियों का कहना है कि असद सरकार जानबूझकर उन्हें बर्खास्त करने का नाटक कर रही है, जबकि सच यह है कि वह असद के खिलाफ बगावत कर चुके हैं। विद्रोहियों का यह भी दावा है कि प्रधानमंत्री के साथ दो अन्य केंद्रीय मंत्री और तीन जनरल भी हैं। रियाद की जगह उप प्रधानमंत्री उमर घालावाजी को कार्यकारी प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है।

अल जजीरा चैनल पर रियाद के प्रवक्ता ने उनका लिखित पढ़ा। इसमें उन्होंने ने कहा, आज मैं असद के आतंकी शासन से अलग होने की घोषणा करता हूं। मुझे खुशी है कि अब मैं उस क्राति का हिस्सा हूं, जो सीरिया की आजादी के लिए हो रही है। ध्यान रहे कि अब तक 31 जनरल और ब्रिगेडियर सैकड़ों सैनिकों के साथ तुर्की भाग चुके हैं। इससे पहले सीरिया के सरकारी टीवी चैनल ने कहा कि अलेप्पो में असद की सेना बड़ा अभियान चलाने की तैयारी कर चुकी है। इस अभियान से पहले सरकार ने रियाद को हटाने का फैसला किया है। उन्हें दो महीने पहले ही प्रधानमंत्री बनाया गया था। रियाद सीरिया की सत्तारूढ़ बाथ पार्टी के शीर्ष नेता थे और राष्ट्रपति के बेहद करीबी माने जाते थे। असद शासन के खिलाफ सीरिया में 17 महीने से खूनी संघर्ष चल रहा है। इसमें अब तक 22,000 लोगों की मौत हो चुकी है।

तीन ईरानी बंधक मारे गए

सीरिया में विद्रोहियों ने दावा किया कि दमिश्क में सरकार समर्थित सेना के हवाई हमले में तीन ईरानी बंधक मारे गए। साथ ही विद्रोहियों ने चेतावनी दी है कि अगर सेना हमले जारी रखती है तो बाकी बचे बंधकों की हत्या कर दी जाएगी। एक विद्रोही संगठन के प्रवक्ता ने बताया कि ईरानी बंदियों को जिस घर में रखा गया था उस पर सीरियाई सैनिकों ने हवाई हमला कर दिया, जिससे पूरा मकान ही ढह गया और वे उसकी चपेट में आ गए। दूसरी ओर ईरान ने इस बात से इन्कार किया है कि सीरिया में शनिवार को बंधक बनाए गए उसके देश के 48 नागरिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड के हैं। ईरान की सरकारी टेलीविजन की वेबसाइट पर यह जानकारी दी गई है। ईरानियों को बंधक बनाने वाले सीरियाई विद्रोहियों ने दावा किया था कि बंधक ईरान के सैनिक हैं।

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