4.51 बिलियन साल पहले हुआ था चंद्रमा का जन्म
1971 में अपोलो 14 मिशन के जरिए चंद्रमा से लाए गए खनिज पर किए गए शोध से चंद्रमा के वास्तविक उम्र का पता चला है।
वाशिंगटन (आइएएनएस)। आसमान पर दिखने वाले हमारे चांद का निर्माण 4.51 बिलियन साल पहले हो गया था यानि जैसा कि हम पहले मानते थे उससे 40-140 मिलियन साल पहले ही चांद बन गया था।
नए शोध के आधार पर चांद पर मौजूद खनिज, ‘र्जिकॉन्स के विश्लेषण के बाद यह बात पता चली है। ये खनिज 1971 में अपोलो 14 मिशन के जरिए पृथ्वी पर लाए गए थे और अब यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया-लास एंजेल्स (UCLA) के रिसर्चर इसपर अध्ययन कर रहे हैं।
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चंद्रमा की उम्र हमेशा विवाद का विषय रहा है यहां तक कि कई सालों से वैज्ञानिक भी इसका हल ढूंढने में जुटी है और कई वैज्ञानिक तकनीकों की भी मदद ली गयी है। UCLA के स्पेस साइंस डिपार्टमेंट के शोधकर्ता मेलैनी बार्बोनी ने बताया, ‘अंतत: हमने चंद्रमा की उम्र का पता लगा ही लिया। अब हम उसकी उम्र जानते हैं।‘
पृथ्वी और थिया के आपस में भयंकर टकराव के बाद चंद्रमा का निर्माण हुआ था। इस भयंकर टक्कर में थिया के टुकड़े हो गए थे जिसका कुछ मलबा अंतरिक्ष में चला गया था और यह एकत्रित हो पृथ्वी का चक्कर लगाने लगा। नये रिसर्च के अनुसार, करीब 60 मिलियन साल पहले सौर मंडल के बाद चंद्रमा का निर्माण हुआ था। हालांकि वैज्ञानिकों को यह नहीं पता कि थिया और पृथ्वी के बीच यह टक्कर क्यों हुआ था। यह निष्कर्ष काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे वैज्ञानिकों को और भी घटनाओं की जानकारी मिल सकती है।
बार्बोनी ने आठ र्जिकॉन का अध्ययन किया। उन्होंने बताया,’र्जिकॉन प्रकृति की बेहतरीन घड़ियां हैं। इनके जरिए जियोलॉजिकल इतिहास व इनकी उत्पत्ति का खुलासा होता है।‘ पृथ्वी और थिया के टक्कर से लिक्विफाइड चंद्रमा का निर्माण हुआ जो बाद में ठोस बना। वैज्ञानिकों का मानना है कि निर्माण के बाद चंद्रमा का अधिकांश सतह मैग्मा से ढक गया था। पहले के अध्ययन में चंद्रमा की उम्र इससे प्राप्त पत्थरों के आधार पर निर्धारित की गयी जो अनेकों टकराव के बाद वहां बिखरी थीं।
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