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अमेरिका: चुनाव प्रभावित करने के लिए रूसी हैकरों ने 39 राज्यों में लगाई थी सेंध

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव प्रभावित करने के लिए रूसी हैकरों ने मतदाताओं के डाटाबेस और सॉफ्टवेयर से छेड़छाड़ की कोशिश की थी।

By Kishor JoshiEdited By: Published: Thu, 15 Jun 2017 10:18 AM (IST)Updated: Thu, 15 Jun 2017 10:18 AM (IST)
अमेरिका: चुनाव प्रभावित करने के लिए रूसी हैकरों ने 39 राज्यों में लगाई थी सेंध
अमेरिका: चुनाव प्रभावित करने के लिए रूसी हैकरों ने 39 राज्यों में लगाई थी सेंध

वॉशिंगटन (एजेंसी)। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। रूसी हैकरों ने एक-दो नहीं बल्कि 39 राज्यों की चुनावी प्रणाली में सेंध लगाकर छेड़छाड़ करने की कोशिश की थी। कुछ में उनके सफल रहने की बात भी सामने आई है। चुनाव में साइबर हमले के अब तक के अनुमानों के मुकाबले यह कहीं ज्यादा है।

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अमेरिकी चुनाव में दखल देने के आरोपों को रूस लगातार खारिज करता रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रूसी हैकरों ने 39 राज्यों के मतदाताओं के डाटाबेस के अलावा चुनाव अधिकारियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सॉफ्टवेयर तक को हैक कर लिया था। हैकरों ने चुनाव प्रचार अभियान के वित्तीय ब्योरे तक भी अपनी पहुंच बना ली थी। हालांकि, इसके प्रभावों के बारे में नहीं बताया गया है।

रिपोर्ट में इलिनॉय प्रांत का हवाला दिया गया है। रूसी हैकरों ने राज्य के मतदाताओं के डाटाबेस को हैक कर वोटरों से जुड़ी सूचनाओं को बदलने या उसे मिटाने की कोशिश की थी। जांचकर्ताओं का कहना है कि हैकरों के सफल रहने की स्थिति में चुनावी प्रक्रिया बुरी तरह प्रभावित होती। मीडिया में यह रिपोर्ट ऐसे समय आई है जब अमेरिकी सीनेट की खुफिया समिति राष्ट्रपति चुनाव में रूसी दखल और ट्रंप सरकार के बीच साठगांठ की जांच कर रही है।

नए खुलासे से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें ब़़ढ सकती हैं। हजारों मतदाताओं के रिकॉर्ड से छेड़छाड़ इलिनॉय प्रांत के 90 हजार से ज्यादा मतदाताओं के रिकॉर्ड से  छेड़छाड़ करने की बात कही गई है। डाटाबेस में तकरीबन डेढ़ करोड़ वोटरों की जानकारी मौजूद है। इसमें व्यक्तिगत सूचनाएं भी शामिल हैं। ई-मेल हैकिंग अभियान में सौ से ज्यादा स्थानीय चुनावकर्मियों को निशाना बनाया गया था।

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