अरबपतियों को अमरत्व प्रदान करने की तैयारी
अवतार नाम के एक नए रूसी रीसर्च प्रोजेक्ट में अरबपतियों को एक तरह से अमरत्व दिलाने की तैयारी चल रही है। अवतार प्रोजेक्ट में रोबोट के शरीर में इंसानी दिमाग फिट किया जाएगा। देखने-सुनने में ये रोबोट इंसान जैसे दिखेंगे और साथ ही इंसान की तरह ही सोच-विचार भी करेंगे। रूसी अरबपति दिमित्रि इस्तकोव ने दावा किया है कि वह
लंदन। अवतार नाम के एक नए रूसी रिसर्च प्रोजेक्ट में अरबपतियों को एक तरह से अमरत्व दिलाने की तैयारी चल रही है। अवतार प्रोजेक्ट में रोबोट के शरीर में इंसानी दिमाग फिट किया जाएगा। देखने-सुनने में ये रोबोट इंसान जैसे दिखेंगे और साथ ही इंसान की तरह ही सोच-विचार भी करेंगे।
रूसी अरबपति दिमित्रि इस्तकोव ने दावा किया है कि वह एक गुप्त रकम के बदले अमृतत्व प्रदान किए जाने की इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी करेंगे। रईसों के मस्तिष्क को रोबोट के शरीर में प्रत्यारोपित करने की इस परियोजना के पीछे सोच ये है कि ये सभी रईस नश्वर शरीर में मौजूद अपने कीमती और मेधावी दिमाग को हमेशा के लिए संजो सकेंगे। इस तरह इन्हें अमरत्व की प्राप्ति होगी।
इस्तकोव ने दावा किया कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए उन्होंने तीस वैज्ञानिकों को नियुक्त किया है। दस सालों में इंसानी दिमाग को मानव आकृति वाले रोबोट में प्रत्यारोपित करना संभव हो जाएगा।
डेली मेल में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार अब इंसानों के पास यह क्षमता होगी कि वह अपनी आयु को लंबा करके खुद को अमर बनाने के मुकाम तक ले जाएं। हमारी सभ्यता में हम ऐसी तकनीकों को अंजाम देने के बहुत करीब आ चुके हैं। इस्तकोव ने फोर्ब्स पत्रिका में प्रकाशित अरबपतियों की सूची में आए लोगों को एक पत्र जारी करते हुए कहा है कि अब ये विषय किसी विज्ञान आधारित फिल्म का नहीं रहा बल्कि हकीकत बनने वाला है। अब आपके पास वो ताकत है कि ये लक्ष्य आप अपने ही जीवनकाल में हासिल कर लें।
इस्तकोव ने अरबपतियों को ये संदेश एक प्रस्ताव के रूप में भेजा है। वह चाहते हैं कि इस प्रोजेक्ट में लगने वाली धनराशि में ये अमीर लोग अपना आर्थिक योगदान दें। इस्तकोव का कहना है कि ये एक साइबर दुनिया में मिलने वाला अमरत्व होगा और आपको एक बनावटी मशीनी शरीर भी मिलेगा। इन्हीं गर्मियों में सैनफ्रांसिस्को के आफिस में इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो रहा है।
इस विषय पर दुनिया भर के वैज्ञानिकों को जोड़ने के लिए जल्दी ही एक सोशल मीडिया प्रोजेक्ट भी शुरू हो रहा है। मानवशरीर युक्त रोबोट पर अध्ययन के लिए 2045 लोगों की टीम काम कर रही है। इन लोगों की मदद से एक अंततराष्ट्रीय अनुसंधान केंद्र बनेगा जो इस अनुसंधान को नए मुकाम दिलाएगा। इसके तहत एक मशीनी शरीर में जीवन प्रणाली और चेतना को स्थापित कर साइबरनेटिक अमृतत्व दिया जाएगा।
इस्तकोव ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर बताया है कि ऐसी परियोजनाएं पृथ्वी के अधिकाधिक लोगों को बीमारी, बुढ़ापे और मौत से एक तरह से मुक्ति दे सकती हैं। जो भी लोग इस परियोजना में शामिल होना चाहते हैं लेकिन सशकित हैं, वह इस क्षेत्र के प्रमुख वैज्ञानिकों की अपनी टीम से उनकी मुलाकात करवा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे मन को बिना आपरेशन मशीन में अपलोड करने जैसी बातें संभव हैं। इसका बाद आपका शरीर एक खाली बोतल जैसा हो जाएगा। चूंकि उस शरीर का मालिक अपने शरीर के बाहर एक रोबोट में रह रहा होगा। जेम्स कैमरून की प्रसिद्ध फिल्म अवतार की अवधारणा को ध्यान में रखते हुए इसीलिए इस परियोजना को भी अवतार नाम दिया गया है।
इस फिल्म में इंसानी सैनिक हाईब्रिड एलियन को नियंत्रित करने के लिए उनके दिमाग को नियंत्रित करते हैं। उनका कहना है कि इस परियोजना को अंजाम में पहुंचने में अब ज्यादा देर नहीं लगेगी।
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