पूरा म्यांमार सांप्रदायिक तनाव की गिरफ्त में, इतने लाख रोहिंग्या भाग गए बांग्लादेश
सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाई जा रही हैं। एक संदेश में कहा जा रहा है कि रखाइन की घटना के जवाब में 11 सितंबर को मुस्लिम लोग बौद्धों पर हमला करेंगे।
यांगून, रायटर्स। रखाइन प्रांत की घटनाओं के चलते म्यांमार के बाकी हिस्सों में भी सांप्रदायिक तनाव पैदा हो गया है। मिश्रित आबादी वाले इलाकों के अलावा सरकार ने बौद्ध धार्मिक स्थल पैगोडा के आसपास सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया है। 25 अगस्त को रोहिंग्या आतंकियों के पुलिस और सेना पर हमलों के बाद भड़की हिंसा के चलते अभी तक करीब तीन लाख रोहिंग्या मुसलमान भागकर बांग्लादेश जा चुके हैं।
सांप्रदायिक तनाव के चलते मध्य म्यांमार के ताउंग विन गी शहर में रविवार शाम को करीब 70 लोगों को हुजूम ने एक मस्जिद पर हमला कर दिया। हाथों में लाठियां और तलवार लिये ये लोग ये लोग म्यांमार को अपना देश बता रहे थे और मुस्लिमों से देश छोड़कर जाने के लिए कह रहे थे। मस्जिद के इमाम मुफ्ती सुनलेमान ने यह जानकारी दी है। इमाम मस्जिद में अंधेरा करके वहां से भागने में सफल रहे। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने रबर बुलेट का इस्तेमाल करके हुजूम को तितर-बितर किया।
सोशल मीडिया पर तरह-तरह की अफवाहें फैलाई जा रही हैं। एक संदेश में कहा जा रहा है कि रखाइन की घटना के जवाब में 11 सितंबर को मुस्लिम लोग बौद्धों पर हमला करेंगे। उल्लेखनीय है कि बौद्ध बहुल इस देश में मुस्लिम अल्पसंख्यकों की आबादी 4.3 प्रतिशत है। बीते शनिवार को मुस्लिम आतंकी संगठन अराकान रोहिंग्या मुक्ति सेना (एआरएसए) ने एकतरफा संघर्ष विराम की घोषणा की है लेकिन सरकार ने उसका कोई जवाब नहीं दिया है।
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