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सेनाओं को हमारी सीमा से हटाकर रिश्ते बेहतर बना सकते हैं डोनाल्ड ट्रंपः रूस

रूस को उम्मीद है कि अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प दोनों देशों के रिश्ते सुधारने और विश्वास कायम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

By Test1 Test1Edited By: Published: Sat, 12 Nov 2016 12:34 PM (IST)Updated: Sat, 12 Nov 2016 01:24 PM (IST)
सेनाओं को हमारी सीमा से हटाकर रिश्ते बेहतर बना सकते हैं डोनाल्ड ट्रंपः रूस

न्यूयॉर्क, (एपी)। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता का कहना है कि निर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूस के साथ विश्वास कायम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा, ट्रंप राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद नाटो के फैलाव को धीमा करने और रूस की सीमाओं से नाटो सैनाओं का वापस बुलाकर ऐसा कर सकते हैं।

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दिमित्री पेस्कोव ने एक इंटरव्यू में कहा, इससे यूरोप में कुछ हद तक शांति आएगी। उन्होंने कहा, 'लेकिन दुर्भाग्य से रूस को महसूस होता है कि नाटो की ताकत लगातार बढ़ रही है और यह रूसी सीमा के ज्यादा से ज्यादा करीब आता जा रह है।'

इसी साल जुलाई में आयोजित हुए एक नाटो सम्मेलन में इस पश्चिमी गठबंधन ने कहा था कि वे पोलैंड, इस्टोनिया, लाटविया और लिथूआनिया में अपने ठिकाने बना रहे हैं. इससे इन देशों का रूस के साथ तनाव बढ़ रहा है। अमेरिका अगले साल 1,000 टुकड़ियों को पोलैंड भेजने जा रहा है।

यह बात भी किसी से छिपी नहीं है कि डोनाल्ड ट्रंप ने खुले तौर पर व्लादिमीर पुतिन की तारीफ की है। उन्होंने पुतिन को एक मजबूत नेता बताया और सुझाव दिया है कि अमेरिका को नाटो के साथ अपनी प्रतिबद्धिता को खत्म कर देना चाहिए। बता दें कि नाटो कुछ देशों का एक संगठन है, जो सदस्य देश में किसी अन्य के हमले कि स्थिति में संयुक्त रूप से कार्रवाई करता है।

ट्रंप का कहना है कि नाटो का गठन सोवियत यूनियन के खतरे से निपटने के लिए किया गया था और सोवियत यूनियन कब का विघटित हो चुका है। उन्होंने नाटों को बेकार और अमेरिका के लिए खराब बताया है. उन्होंने कहा, अमेरिका को दशकों पुराने नाटो जैसे सुरक्षा सहयोग संगठन से बहुत कम ही हासिल हुआ है। उन्होंने बताया कि संगठन मुख्य तौर पर यूरोप में है, लेकिन उसका नेतृत्व अमेरिका करता है।

रूसी राष्ट्रपति के काफी करीबी माने जाने वाले पेस्कोव ने नाटो को झगड़े का एक औजार मात्र बताया। उन्होंने कहा, जब इसकी सैन्य शक्ति लगातार बढ़ रही है और इसकी सेनाए रूसी सीमाओं के और नजदीक आती जा रही हैं. ऐसे में हम खुद को सुरक्षित नहीं मानते।

पेस्कोव ने कहा, जाहिर है ऐसे में हम अपनी सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाएंगे। इसलिए रूस और अमेरिका के बीच तनाव को कम करने के लिए ट्रंप के कार्यकाल में नाटो सेनाओं को रूस की सीमाओं के करीब से हटाया जाता है तो इससे दोनों देशों के रिश्तों में सुधार आएगा।


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