पाक को वार्ता के लिए गंभीरता दिखानी होगी: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को अपने चिरपरिचित अंदाज में हिंदी में संबोधित किया। महासभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री के रूप में यहां पहली बार संबोधित करना हमारे लिए गर्व की बात है। इसके लिए मैं अभिभूत हूं।
न्यूयॉर्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को अपने चिरपरिचित अंदाज में हिंदी में संबोधित किया। महासभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री के रूप में यहां पहली बार संबोधित करना हमारे लिए गर्व की बात है। इसके लिए मैं अभिभूत हूं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हर देश का अपना दर्शन होता है और देश उसी की प्रेरणा से आगे बढ़ता है। भारत आज आर्थिक और सामाजिक बदलाव के दौर से गुजर रहा है। भारत एक ऐसा देश है जो सिर्फ अपने लिए नहीं पूरे विश्व के हक के लिए आवाज उठाता रहा है। भारत की परंपरा वसुधैव कुटुंबकम की रही है। भारत हमेशा से ही न्याय और अधिकार की आवाज उठाता रहा है।
पाकिस्तान के बारे में उन्होंने कहा कि हम पड़ोसी देश के साथ अच्छे रिश्ते चाहते हैं। हमने इसके लिए पहल भी की। पाकिस्तान में बाढ़ के दौरान उन्हें मदद का प्रस्ताव भी दिया। लेकिन पाकिस्तान का भी यह दायित्व है कि वह भी गंभीरता दिखाए। मोदी ने पाकिस्तान को करारा जवाब देते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर का मुद्दा उठाने का कोई फायदा नहीं।
मोदी ने कहा कि आज कई देश आतंकवाद को पनाह दे रहे हैं। आतंकवाद नए-नए रूप में सामने आ रहा है। आतंकवाद से लड़ना है तो पूरे विश्व को मिलकर लड़ना होगा। सभी देश को मतभेद भुलाकर साथ आना होगा। प्रधानमंत्री ने आह्वान किया कि आतंकवाद के खिलाफ ठोस प्रस्ताव पेश किया जाना चाहिए।
अपने संबोधन से पहले मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव से पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा कश्मीर मुद्दे को उठाने पर आपत्ती जताई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने पहले ही कहा था कि प्रधानमंत्री अपने संबोधन में पाकिस्तान को इस मुद्दे पर करारा जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि हालांकि यह हमारा विशेषाधिकार है कि हम इस मुद्दे पर कुछ कहते हैं या नहीं। प्रवक्ता का कहना था कि भारत शरीफ द्वारा कश्मीर में जनमत संग्रह की मांग को सिरे से खारिज करता है।
गौरतलब है कि नवाज शरीफ ने कश्मीर मुद्दे पर जनमत संग्रह कराने की मांग की थी। उनका कहना था कि भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर एक मुख्य मुद्दा है और इसे ज्यादा समय तक उपेक्षित नहीं रखा जा सकता। पाकिस्तान शांति के साथ कश्मीर मुद्दा सुलझाने का पक्षधर है। इसके साथ ही शरीफ ने भारत पर विदेश सचिव स्तर की वार्ता रद कर एक अवसर गंवाने का भी आरोप लगाया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूयॉर्क में ग्राउंड जीरो स्थित ट्विन टावर मेमोरियल जाकर 9/11 के आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्घांजलि दी। मोदी भारतीय समयानुसार शनिवार शाम को ग्राउंड जीरो स्थित मेमोरियल और म्यूजियम पहुंचे। उनके साथ प्रतिनिधि और सुरक्षाकर्मी मौजूद थे। अमेरिका में इस आतंकी हमले में तीन हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।
मोदी से मुलाकात का इंतजार
इस बीच, मोदी के अमेरिका पहुंचने पर व्हाइट हाउस ने घोषणा में कहा कि वह भारत-अमेरिका की साझेदारी को बहुत महत्व देता है। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा इस वादे को पूरा करने के लिए मोदी से मुलाकात का इंतजार कर रहे हैं। व्हाइट हाउस के प्रेस सेक्रेटरी जोश अर्नेस्ट ने कहा, 'यह दौरा भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाने की दिशा में साझा हितों के कई मुद्दों पर चर्चा का अवसर होगा।' दोनों देशों और विश्व को दीर्घ अवधि तक लाभान्वित करने के लिए आर्थिक विकास को ब़़ढावा देने और सुरक्षा सहयोग को बढ़ाने के तरीके पर चर्चा करेंगे। साथ ही, अफगानिस्तान, सीरिया और इराक सहित क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत की जाएगी। गौरतलब है कि मुलाकात के पहले ओबामा मोदी के लिए निजी दावत का आयोजन करेंगे जिसके बाद दोनों मंगलवार को ओवल ऑफिस में भेंट करेंगे।
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