ट्रंप समर्थकों ने भारतवंशी सीईओ को गाली देकर कहा, भारत वापस जाओ
जीएमएम नॉन स्टिक कोटिंग्स कंपनी के संस्थापक और सीईओ रवीन गांधी का सीएनबीसी में आलेख प्रकाशित हुआ था।
न्यूयॉर्क, प्रेट्र। अमेरिका में नस्ली भेदभाव की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। ताजा घटनाक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने भारतीय मूल के सीईओ से कहा कि वे वापस भारत चले जाएं और अपने साथ निक्की हेली को भी ले जाएं।
गौरतलब है कि जीएमएम नॉन स्टिक कोटिंग्स कंपनी के संस्थापक और सीईओ रवीन गांधी का सीएनबीसी में आलेख प्रकाशित हुआ था। इसके तुरंत बाद उन्हें ट्रंप समर्थकों की नस्ली टिप्पणियों का सामना करना पड़ा। गांधी ने अपने लेख में कहा था कि वर्जीनिया में हुई नस्ली हिंसा के बाद ट्रंप ने अपने बयान में श्वेत श्रेष्ठतावादियों का बचाव किया। इसलिए वह ट्रंप के आर्थिक एजेंडे का समर्थन नहीं करेंगे। भले बेरोजगारी एक फीसद रह जाए या जीडीपी सात फीसद बढ़ जाए लेकिन वह एक ऐसे राष्ट्रपति का समर्थन नहीं करेंगे जो नस्ली भेदभाव को बढ़ावा दे। वह उन अमेरिकियों से नफरत करे जो उनकी तरह नहीं दिखते हैं।
इस लेख के छपने के बाद गांधी के पास कई नफरत भरे संदेश आए। एक महिला ने अपने वॉयसमेल में गांधी के लिए आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया और कहा कि अपना कूड़ा समेटो और भारत चले जाओ। साथ में निक्की हेली को भी ले जाओ। निक्की हेली संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की दूत हैं।
अमेरिका में दासता के प्रतीक स्मारकों को हटाए जाने से बिफरी महिला ने यहां तक कहा कि हम बुद्ध की प्रतिमाएं गिराने जा रहे हैं। देखते हैं, यह तुम्हें व निक्की हेली को कैसा लगता है। गांधी ने इस वॉयसमेल को यू-ट्यूब, ट्विटर और फेसबुक पर भी पोस्ट किया। उन्होंने कहा, 'हालांकि सामान्य जीवन में मेरा नस्ल कोई मुद्दा नहीं है फिर भी अमेरिका में एक समूह मुझे दूसरे दर्जे का नागरिक समझता है।'
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