आतंकवाद ने तोड़ी पाक अर्थव्यवस्था की कमर
आतंकवाद पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था की भी कमर तोड़ रहा है। पिछले 11 वर्षों से जारी आतंकवाद के चलते पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को करीब 100 अरब डॉलर (करीब 6.4 लाख करोड़ रुपये) का नुकसान हुआ है। पाकिस्तान के आर्थिक सर्वेक्षण 2014-15 के मुताबिक यह नुकसान प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों प्रकार का है।
नई दिल्ली। आतंकवाद पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था की भी कमर तोड़ रहा है। पिछले 11 वर्षों से जारी आतंकवाद के चलते पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को करीब 100 अरब डॉलर (करीब 6.4 लाख करोड़ रुपये) का नुकसान हुआ है।
पाकिस्तान के आर्थिक सर्वेक्षण 2014-15 के मुताबिक यह नुकसान प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों प्रकार का है। नुकसान की राशि इतनी है कि इससे 134 वर्षों तक पाकिस्तान के शिक्षा बजट का आवंटन हो सकता था। सर्वेक्षण में कहा गया है कि 2013-14 में आतंकी हमलों की वजह से 6.63 अरब डॉलर (करीब 4.2 खरब रुपये) का नुकसान हुआ। इसमें 38 फीसद कर वसूली में और 30 फीसद विदेशी निवेश में कमी के चलते नुकसान हुआ। इसके अलावा आतंकवाद के चलते उत्पादन में रुकावट आई, निर्यात में देरी हुई और महंगाई बढ़ गई। सर्वेक्षण के मुताबिक, 2014-15 के दौरान पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में 4.2 फीसद वृद्धि का अनुमान है।
एक दशक में 55 हजार की मौत
साउथ एशिया टेररिज्म पोर्टल के डाटा के मुताबिक, पाकिस्तान में संप्रदायवाद और जातीय कारणों के चलते आतंकवाद पनपा। वहां 2005 से अब तक आतंकियों समेत 54,960 लोगों की मौत हो चुकी है। इससे पहले एक रिपोर्ट में बताया गया था कि पाकिस्तान में पिछले एक दशक में आतंकवाद संबंधी हिंसा में हुईं मौतों में 748 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। पाकिस्तान का कहना है कि अमेरिका में 9/11 हमले के बाद अफगानिस्तान में लड़ाई की प्रतिक्रिया स्वरूप उसके यहां आतंकवाद की घटनाएं बढ़ीं। अफगानिस्तान में अमेरिकी कार्रवाई के बाद अफगान सीमा के पास के इलाकों में भारी संख्या में शरणार्थी आ गए। इसके बाद से पाकिस्तान में आतंकी हमले अचानक बढ़ गए।