अफगानिस्तान में शांति को तालिबान कैदी रिहा करेगा पाक
एक साल से रुकी पड़ी अफगान शांति प्रक्रिया को दोबारा शुरू करने के लिए पाकिस्तान ने कुछ तालिबान कैदियों को रिहा करने का फैसला किया है। उन कैदियों में मुल्ला बिरादर का नाम शामिल नहीं है। इस हाई प्रोफाइल तालिबान आतंकी को कराची में 2010 में गिरफ्तार किया गया था। शांति बहाल करने के लिए गठित परिषद के प्रमुख सलाहुद्दीन रब्
इस्लामाबाद। एक साल से रुकी पड़ी अफगान शांति प्रक्रिया को दोबारा शुरू करने के लिए पाकिस्तान ने कुछ तालिबान कैदियों को रिहा करने का फैसला किया है। उन कैदियों में मुल्ला बिरादर का नाम शामिल नहीं है। इस हाई प्रोफाइल तालिबान आतंकी को कराची में 2010 में गिरफ्तार किया गया था।
शांति बहाल करने के लिए गठित परिषद के प्रमुख सलाहुद्दीन रब्बानी की तीन दिवसीय पाकिस्तान यात्रा के दौरान कुछ कैदियों को छोड़ने का फैसला किया गया। ऐसी भी संभावना है कि 10 कैदियों को रिहा किया जा चुका है। रब्बानी की यात्रा के अंत में दोनों पक्ष साक्षा वक्तव्य भी जारी करेंगे।
एक अधिकारी ने बताया कि मुल्ला बिरादर को इसलिए गिरफ्तार किया गया था क्योंकि उसने पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसियों को भरोसे में लिए बगैर शांति वार्ता की पहल कर दी थी। लेकिन अब हालात बदल गए हैं। ऐसी आशंका है कि अफगानिस्तान में स्थायी राजनीतिक विकल्प की कमी पाकिस्तान को महंगी पड़ सकती है। इसके मद्देनजर पाकिस्तान ने अफगान शांति वार्ता को फिर से बल देने की रणनीति अपनाई है।
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