असफल रही पाक को अलग-थलग करने वाली भारतीय पॉलिसी: पाक मीडिया
पाक मीडिया ने भारत पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वैश्विक तौर पर पाक को अलग-थलग करने में भारत असफल हो गया है।
इस्लामाबाद (एएनआई)। वैश्विक तौर पर पाकिस्तान को अलग थलग करने की भारत की नीति असफल हो गयी क्योंकि विदेशों की ओर से पाक में निवेश के प्रति गहरी रुचि दिखायी जा रही है।
इसमें आरोप लगाया गया कि नई दिल्ली के आक्रामक दृष्टिकोण के पीछे का उद्देश्य यह है कि पाकिस्तान को चीन की ओर से किए जाने वाले बड़े पैमाने पर निवेश का लाभ न मिल सके और चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे जैसे देश के प्रोजेक्ट में विदेशी निवेशकों को हतोत्साहित किया जा सके।
रिपोर्ट में आगे कहा गया कि भारत की नीति असफल हो गयी है क्योंकि एक यूरोपीय देश से ही करीब दर्जनों कंपनियों ने पाकिस्तान में निवेश करने का निर्णय लिया है।
पाकिस्तान में विदेशी निवेशों को रेखांकित करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है, अप्रैल में फ्रांस के एंटरप्रेन्योर संघ का प्रतिनिधिमंडल ‘MEDEF’ ऑटोमोबाइल, तेल व गैस, एनर्जी, जल प्रबंधन, इंजीनियरिंग व माइक्रोफिनांश जैसे सेक्टरों में संभावनाओं की तलाश में पाकिस्तान आया था। फ्रांस के प्रतिनिधिमंडल व पाकिस्तानी वार्ताकार के बैठक के बाद खुलासा हुआ कि करीब 9 शीर्ष कंपनियों ने देश में बिजनेस करने का निर्णय लिया है। रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि बहुराष्ट्रीय ऑटोमोबाइल निर्माता रेनॉल्ट ने पोर्ट कासिम पर अपनी उत्पादन सुविधा के निर्माण की इच्छा जतायी है। साथ ही जल व कचड़ा प्रबंधन में अग्रणी सुएज ग्रुप भी कराची में बेहतल जल आपूर्ति के लिए सिंध सरकार से समझौता को उत्सुक है। इसके अलावा निवेश के लिए फ्रांस के बड़े बैंकों में से एक क्रेडिट एग्रीकोल ने पाकिस्तान के रिश मॉडल को अपग्रेड किया है, फ्रांस का एनर्जी प्लेयर ‘एंजी’ भी LNG की आपूर्ति के लिए पाकिस्तान की ओर से प्रतिक्रिया के इंतजार में है वहीं पेट्रोकेमिकल्स एंड नैचुरल गैस कंपनी एक्सेन ने भी पाकिस्तान में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने की इच्छा जाहिर की है और व फ्रांस की एयरपोर्ट इंजीनियरिंग एंड डिजायन कंपनी ADP Ingenierie जो न्यू इस्लामाबाद एयरपोर्ट से पहले से जुड़ी है अब ग्वादर, डीआई खान और मुजफ्फराबाद एयरपोर्ट से जुड़ना चाहती है।
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