पाकिस्तान: एएनपी के उम्मीदवार और उनके बेटे की हत्या
पाकिस्तान में चुनाव लड़ रहे अवामी नेशनल पार्टी (एएनपी) के उम्मीदवार और उनके छह वर्षीय बेटे की शुक्रवार को कराची में एक मस्जिद के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस की ओर से यह जानकारी दी गई है। कराची में एक संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहे सादिक जमान खटक और उनका बेटा नमाज पढ़ने के बाद मस्जिद से निकल र
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में चुनाव लड़ रहे अवामी नेशनल पार्टी (एएनपी) के उम्मीदवार और उनके छह वर्षीय बेटे की शुक्रवार को कराची में एक मस्जिद के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस की ओर से यह जानकारी दी गई है। कराची में एक संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहे सादिक जमान खटक और उनका बेटा नमाज पढ़ने के बाद मस्जिद से निकल रहे थे। उसी समय आठ बंदूकधारियों ने उनपर हमला कर दिया। हमलावर मोटरसाइकिल पर सवार थे और घटना को अंजाम देने के बाद वे फरार हो गए।
अधिकारियों का कहना है कि गोलीबारी में पांच लोग घायल हो गए। चुनाव आयोग ने खटक के निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव स्थगित करने की घोषणा की है। अभी किसी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान(टीटीपी) ने पंथ निरपेक्ष एएनपी के नेताओं को निशाना बनाने की धमकी दी है। उसके द्वारा पहले इस पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा चुका है। यह पार्टी के नेता पर सबसे ताजा हमला है। एएनपी के वरिष्ठ नेता बशीर जान हाल ही में कराची में हुए बम हमले में बाल-बाल बच गए थे। इस घटना में 11 लोगों की मृत्यु हो गई थी।
चुनावों में सत्तर हजार सैनिक तैनात करेगा पाकिस्तान
पाकिस्तान में चुनाव से संबंधित कार्यो के लिए 70,000 सैनिकों की तैनाती शुरू कर दी गई है जो इस दौरान सुरक्षा और शांति व्यवस्था पर नजर रखेंगे। यह जानकारी सेना के एक प्रवक्ता ने दी। पाकिस्तान में संसद के निचले सदन नेशनल एसेंबली और चार प्रांतीय विधानसभाओं पंजाब, सिंध, बलूचिस्तान और खैबर पख्तुनख्वा के लिए 11 मई को चुनाव कराए जाएंगे। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक मेजर जनरल असीम सलीम बाजवा ने कहा कि इस दौरान सेना विभिन्न तरह की जिम्मेदारियां संभालेगी। इनमें मतपत्रों की छपाई वाले प्रिंटिंग प्रेस की सुरक्षा, मतपत्रों को सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाना, चुनाव से संबंधित सामग्री निर्वाचन अधिकारियों तक सुरक्षित पहुंचाना और मतदान केंद्रों की सुरक्षा शामिल है। बाजवा ने बताया कि यहां मतपत्रों की छपाई 19 अप्रैल से जारी है और सैनिक इसकी सुरक्षा में लगे हैं।
उनके मुताबिक इस दौरान पुलिस और अर्धसैनिक बल मतदान केंद्रों की सुरक्षा करेंगे और क्विक रिस्पांस फोर्स इसमें सहयोग करेगा। इसके साथ ही सुरक्षा की विस्तृत योजना बनाई गई है और किसी भी तरह की अप्रिय घटना के मद्देनजर हेलीकॉप्टर का प्रबंध किया गया है।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर