Move to Jagran APP

गिरते रुपये ने तोड़ा सैकड़ों भारतीयों के हज का सपना

डॉलर के मुकाबले गिरती रुपये की कीमत ने सैकड़ों भारतीयों के हज का सपना तोड़ दिया है। मक्का में हजयात्रियों के लिए बने आवासीय ठिकानों के किराए पहले ही बढ़ गए हैं। ऐसे में भारतीयों को रहने-खाने से लेकर अन्य कामों के लिए अधिक कीमत चुकानी पड़ सकती है। इसीलिए भारतीय अपने नाम वापस ले रहे हैं। अरब न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार

By Edited By: Published: Wed, 04 Sep 2013 08:43 PM (IST)Updated: Wed, 04 Sep 2013 08:48 PM (IST)
गिरते रुपये ने तोड़ा सैकड़ों भारतीयों के हज का सपना

दुबई। डॉलर के मुकाबले गिरती रुपये की कीमत ने सैकड़ों भारतीयों के हज का सपना तोड़ दिया है। मक्का में हजयात्रियों के लिए बने आवासीय ठिकानों के किराए पहले ही बढ़ गए हैं। ऐसे में भारतीयों को रहने-खाने से लेकर अन्य कामों के लिए अधिक कीमत चुकानी पड़ सकती है। इसीलिए भारतीय अपने नाम वापस ले रहे हैं।

loksabha election banner

अरब न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय हज समिति (सीएचसी) की सूची में होने के बावजूद हज करने वाले बहुत से भारतीयों ने अपने नाम वापस ले लिए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक नाम वापस लेने वालों में आंध्र प्रदेश के 400 से अधिक आवेदक शामिल हैं। इस वर्ष कुल 1,36,020 भारतीय हज पर जाने वाले थे। इनमें 1,23,511 को सीएचसी और 34,005 को निजी टूर ऑपरेटरों के जरिये हज पर जाना था।

भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए दो श्रेणियों में आवासीय सुविधा उपलब्ध थी। इनमें अजिजियाह है अपेक्षाकृत सस्ती है, जबकि ग्रीन कैटेगरी अत्यधिक महंगी है। इस वर्ष ग्रीन कैटेगरी के हज यात्रियों को 1,79,800 रुपये खर्च करने होंगे, जबकि पिछले वर्ष 1,64,905 रुपये ही खर्च किए थे। अजिजियाह श्रेणी के लोगों ने गत वर्ष 1,36,264 रुपये खर्च किए थे जबकि इस बार उन्हें 1,49,450 रुपये खर्च करने पड़ेंगे।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.