धूम्रपान करने वाले अपने बच्चों को दे रहे सांस की बीमारियां
यह निष्कर्ष 725 बच्चों पर किए गए अध्ययन से सामने आया। औसतन पांच साल की उम्र के ये बच्चे सांस लेने में होने वाली परेशानी के बाद इलाज कराने अस्पताल पहुंचे थे।
वाशिंगटन, प्रेट्र। धूमपान करने वाले अभिभावक सावधान हो जाएं। धूमपान करना खुद के लिए तो खतरनाक है ही, यह आपके बच्चों को भी सांस की बीमारियां दे सकता है। अमेरिकी शोध के दौरान धूमपान करने वालों के बच्चों की हथेली पर पर्याप्त मात्रा में निकोटिन पाया गया। ऐसा बच्चों के घर में मौजूद उन वस्तुओं या फर्श के सपंर्क में आने से हुआ, जिन पर तंबाकू के अवशिष्ट थे।
यह निष्कर्ष 725 बच्चों पर किए गए अध्ययन से सामने आया। औसतन पांच साल की उम्र के ये बच्चे सांस लेने में होने वाली परेशानी के बाद इलाज कराने अस्पताल पहुंचे थे। चूंकि इन सभी के पिता या माता धूमपान करने वाले थे, लिहाजा उनके बच्चे सेकेंड हैंड स्मोक एक्सपोजर से होने वाली बीमारी से पीडि़त पाए गए।
शोधकर्ताओं ने बच्चों की हथेली पर से निकोटिन निकालने को विशेष रूप से तैयार हैंड वाइप्स का इस्तेमाल किया और लार के नमूने भी लिए। पाया गया कि जिन बच्चों के हाथों में निकोटिन था, उनके लार में टोबैको मेटाबोलाइटकांटिनाइन का खतरनाक स्तर भी मौजूद था। ये बच्चे अस्थमा की बीमारी से पीडि़त थे।
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