आइएस के देसी-विदेशी आतंकियों में मनमुटाव बढ़ा
खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) के विदेशी और स्थानीय दहशतगर्दो के बीच मनमुटाव बढ़ता ही जा रहा है। उसके हाथ से कुछ इलाकों के निकलने और वित्तीय संकट गहराने से आतंकवादियों में आपसी टकराव की यह स्थिति पैदा हुई है।
वाशिंगटन: खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) के विदेशी और स्थानीय दहशतगर्दो के बीच मनमुटाव बढ़ता ही जा रहा है। उसके हाथ से कुछ इलाकों के निकलने और वित्तीय संकट गहराने से आतंकवादियों में आपसी टकराव की यह स्थिति पैदा हुई है।
वॉल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार, विदेशी आतंकवादी आइएस में भारी आतंरिक कलह पैदा कर रहे हैं। वे हिंसा भी करने लगे हैं। यह सब तब हो रहा है, जब आइएस यूरोप और अमेरिका को निशाना बना रहा है। वह अपने इसी नापाक वैश्विक मुहिम के लिहाज से विदेशी आतंकियों का लंबे समय से स्वागत करता आ रहा है।
जर्नल ने इराकी शहर मोसूल के एक निवासी के हवाले से बताया, 'विदेशी आतंकवादियों के साथ वित्तीय नियंत्रण और संगठन के प्रबंधन को लेकर मतभेद बढ़ने की स्थानीय लड़ाकों ने आइएस शीर्ष नेतृत्व से शिकायतें करनी शुरू कर दी है।' उक्त नागरिक ने हाल ही में मोसूल के एक व्यस्त बाजार में देसी-विदेशी आतंकवादियों के बीच हुई लड़ाई का भी जिक्र किया।
उसने बताया कि किसी बात को लेकर एक विदेशी आतंकवादी एक बुजुर्ग इराकी पर भड़क गया। इस बीच आइएस के छह स्थानीय लड़ाकों ने हस्तक्षेप किया और उस व्यक्ति का पक्ष लिया। उन्होंने अपने साथी विदेशी आतंकी की जमकर पिटाई की और उसका हाथ बांधकर एक कार में डाल दिया।
इसके बाद वे मौके से फरार हो गए। अमेरिकी खुफिया एजेंसी के अनुसार, 120 देशों से 38,200 विदेशी आतंकी आइएस की ओर से लड़ने के लिए सीरिया पहुंचे हैं।