आईएस आतंकियों के ठिकानों से इराकी फौज को मिलीं में US बनीं मिसाइल
मोसुल से पीछ़े हट रहे आइएस आतंकियों के ठिकानों से इराकी फौज को अमेरिका में बनी एंटी टैंक मिसाइल मिली हैं।
बगदाद (रॉयटर)। आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट और इराकी फौज के बीच लगातार कई दिनों से भीषण जंग जारी है। इस बीच पीछे हटते आईएस आतंकियों केे ठिकानों से इराकी फौज के हाथ कुछ खास चीजें लगी हैं। इनमें से कुछ चीजें बेहद चौंकाने वाली है। मोसुल के दक्षिण में स्थित अल शौरा से आईएस के ठिकानों से इराकी फौज को अमेरिका में निर्मित मिसाइल बरामद हुई हैं। इन पर अमेरिका में निर्मित होने के साथ-साथ DOD भी लिखा हुआ है।
अमेरिका में बनी यह TOW मिसाइल एंटी टैंक मिसाइल हैं। आईएस आतंकियों ने इन मिसाइल को तल अफर भेजा था। इराकी अधिकारियों का मानना है कि आईएस के आतंकी मोसुल की जंग केे लिए कई महीनों से लगातार तैयारी कर रहे थे। यह पहला मौका नहीं है कि जब आईएस आतंकियों के पास से अमेरिका में निर्मित मिसाइल मिली हों। इससे पहले वर्ष 2015 में कासिम अल अराजी में भी इसी तरह से आईएस आतंकियों के कब्जे से अमेरिका की मिसाइल बरामद हुई थीं।
इरानी मीडिया का कहना है कि यूएस मिलिट्री ने यह सैन्य सामग्री आईएस आतंकियाें के कब्जे वालेे इलाकों में एयरड्रॉप की गई थी। इससे पूर्व इराक की खुफिया एजेंसी नेे वर्ष 2014 में इस तरह की बात कही थी कि यूएस के विमान द्वारा कुछ सैन्य सामग्री आईएस आतंकियों के लिए उतारी गई है जिससे वह इराकी फौज को टक्कर दे सकें।
उस वक्त इराक ने अमेरिका पर आतंकी संगठन आईएसआईएस को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था। उसका आरोप था कि अमेरिका आईएस को बढ़त और उन्हें मजबूत करने में अहम भूमिका निभा रहा है। वहीं जनवरी 2015 में इराकी सांसद माजिद अल घराउई का कहना था कि अमेरिका ने अपने विमान के जरिए यह सैन्य सामग्री सलाहउद्दन प्रांत के तिकरित में उतारी थी। अाईएस ठिकानों से जो मिसाइल मिली है उसका पूरा नाम BGM 71E TOW है। लंदन की कंफ्लिक्ट आर्मामेंट रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक आईएस आतंकियों के पास काफी संख्या में हथियार हैं, इनमें M16 असाल्ट राइफल्स भी शामिल हें।
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