इराकी सेना मोसुल के करीब 20 गांवों से आइएस को खदेड़ा
कुर्द बलों और अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन की मदद से अभियान के पहले 24 घंटे में ही इराकी सेना शहर के करीब पहुंच गई है।
बगदाद, (रायटर)। इराक में इस्लामिक स्टेट (आइएस) के सबसे मजबूत गढ़ से आतंकियों के सफाए के लिए छिड़ी जंग में सुरक्षा बलों को शुरुआती कामयाबी मिली है। कुर्द बलों और अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन की मदद से अभियान के पहले 24 घंटे में ही इराकी सेना शहर के करीब पहुंच गई है। करीब 20 गांवों को आइएस के कब्जे से मुक्त करा लिया गया है।
इराकी सेना मोसुल के दक्षिणी और दक्षिण पूर्व छोर से हमला कर रही है जबकि कुर्दो ने उत्तर और उत्तर पश्चिम तरफ से मोर्चा संभाल रखा है। शहर के करीब आसमान में काला धुंआ पसरा दिख रहा है। आइएस आतंकियों ने हवाई हमलों से बचने के लिए तेल के कुंओं को आग लगानी शुरू कर दी है।
अमेरिकी रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर ने कहा कि मोसुल पर दोबारा कब्जे का मतलब आतंकियों को परास्त करने का निर्णायक पल होगा। 15 लाख की आबादी वाले इस शहर पर आइएस का 2014 से कब्जा है। यहां मौजूद चार से आठ हजार आतंकियों को खदेड़ने के लिए इराकी सेना, कुर्द बलों और सुन्नी लड़ाकों समेत 30 हजार जवानों ने मोर्चा संभाला है। अभियान में पांच हजार अमेरिकी सैनिक भी मदद कर रहे हैं। जबकि फ्रांस, ब्रिटेन, कनाडा और दूसरे पश्चिमी देश भी इससे जुड़े हैं।
रासायनिक हमले की चेतावनी
शरणार्थियों के लिए काम करने वाले एक अंतरराष्ट्रीय संगठन ने आगाह किया कि जिहादी रासायनिक हमला भी कर सकते हैं। इसके लिए गैस मास्क की तैयारी की गई है।
संयुक्त राष्ट्र ने बनाए कैंप
लड़ाई के चलते शहर से पलायन करने वालों के लिए संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी ने तैयारी की है। उनके लिए पांच कैंप तैयार किए हैं। इनमें करीब 45 हजार लोगों को ठहराया जा सकता है। ऐसे ही छह और कैंप बनान की योजना है।
फ्रांस में होगी बैठक
फ्रांस में मोसुल मसले पर चर्चा के लिए 20 अक्टूबर को मंत्री स्तरीय बैठक होगी। इसमें आइएस को परास्त करने के बाद शहर में स्थिरता लाने जैसे कई मसलों पर चर्चा होगी।
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