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कसाब के बदले सरबजीत को फांसी हो: इमरान की पार्टी

इस्लामाबाद। क्रिकेट से राजनेता बने इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक इंसाफ पार्टी ने मांग की है कि भारत द्वारा कसाब को फांसी दिए जाने के बदले में पाकिस्तान की लखपत जेल में बंद सरबजीत सिंह को भी जल्द से जल्द फांसी दे दी जाए। पार्टी ने सरबजीत को फांसी न देने के लिए राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की कड़ी आलोचना की है। गौरतलब ह

By Edited By: Published: Thu, 22 Nov 2012 12:01 PM (IST)Updated: Thu, 22 Nov 2012 01:19 PM (IST)

इस्लामाबाद। क्रिकेट से राजनेता बने इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक इंसाफ पार्टी ने मांग की है कि भारत द्वारा कसाब को फांसी दिए जाने के बदले में पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में बंद सरबजीत सिंह को भी जल्द से जल्द फांसी दे दी जाए। पार्टी ने सरबजीत को फांसी न देने के लिए राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की कड़ी आलोचना की है। गौरतलब है कि पाक कोर्ट सरबजीत जासूसी के आरोप में दोषी करार दे चुका है। कोर्ट ने उसको फांसी की सजा सुनाई थी जिसको बाद में टाल दिया गया। फिलहाल उसकी दया याचिका राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के पास में निलंबित है।

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पाकिस्तान तहरीक इंसाफ पार्टी ने कहा है कि सरबजीत के साथ ही उन सभी भारतीयों को फांसी देने की मांग की है जो पाक में आतंकी कार्रवाही में लिप्त पाए गए हैं। पार्टी नेता नसीमुल्लाह खान ने कहा कि भारत कसाब पर फांसी का फैसला आने के बाद एक माह भी इंतजार नहीं कर सका जबकि पाकिस्तान आठ साल से सरबजीत को अपने यहां पर जिंदा रखे है। कसाब को फांसी दिए जाने के विरोध में और सरबजीत को जिंदा रखने के खिलाफ पार्टी ने मुल्तान में एक रैली का भी आयोजन किया। इसमें राष्ट्रपति विरोधी नारे लगाए गए।

पार्टी ने आरोप लगाया कि सरबजीत की फांसी में जरदारी सबसे बड़ी अड़चन है। इस बीच सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने कहा है कि वह कसाब को फांसी देने के बाद से सरबजीत को लेकर काफी चिंतित है। उसने उम्मीद जताई कि सरबजीत सुरक्षित अपने घर वापस लौट आएगा। वहीं सरबजीत के वकील अवाइस शेख ने भी सरबजीत की रिहाई में कसाब की फांसी को एक बड़ी अड़चन बताया है। इससे पहले माना जा रहा था कि सरबजीत की रिहाई प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पाक दौरे के दौरान की जा सकती है।

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