चीन: माओ को सोशल मीडिया पर बताया 'राक्षस', अधिकारी पर गिरी गाज
आधुनिक चीन के जनक माओ को राक्षस बताने वाले अधिकारी को सरकार ने पद से हटा दिया है। उन्हें चेतावनी के साथ साथ माफी मांगने को भी कहा गया है।
बीजिंग (रॉयटर)। मार्डन चीन के संंस्थापक माओ जेदोंग पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले अधिकारी को सरकार ने पद से हटा दिया है। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक सोशल मीडिया पर माओ को राक्षस बताने वाले और उनके जन्मदिन को पंथ गतिविधि बताने वाले शिंंजियाझुंंग ब्यूरो ऑफ कल्चर, रेडियो, फिल्म टीवी, प्रेस एंड पब्लिकेशन के डिप्टी डायरेक्टर जुओ चून्हे को उनके पद से अविलंब हटा दिया गया है।
माफी मांगने को कहा गया
इस बाबत उन्हें बिना शर्त माफी मांगने को भी कहा गया हैै। इसेे राजनीतिक अनुशासन का गंभीर उल्लंघन मानते हुए उनके ऊपर कार्रवाई की गई है। हालांकि आालोचना झेलने के बाद जुओ ने पोस्ट को डिलीट कर दिया गया है लेकिन इससे पहले यह ऑनलाइन मीडिया पर छा चुकी थी। अखबार के मुताबिक जुआेे के वेबो अकाउंट को भी डिलीट कर दिया गया है।
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आधुनिक चीन के जनक माने जाते हैं माओ
गौरतलब है कि माओ को आधुनिक चीन का जनक माना जाता है। उनकी मौत 9 सितंबर 1976 को हुई थी। उन्हें चीन में सबसे ऊंचा दर्जा दिया गया है। यही वजह है कि चीन की मुद्रा युआन पर भी उनका फोटो छपा होता है। माओ को चीन में वामपंथी भी बेहद आदर से देखते आए हैं। हालांकि वामपंथी यह भी मानते हैं कि पिछले तीन दशकों के दौरान अमीर और गरीबों के बीच खाई बढ़ गई है। जुओ ने अपनी टिप्पणी चीन में ट्विटर की तरह इस्तेमाल किए जाने वाले वेबो पर की थी।