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वीवीआइपी संस्कृति खत्म हो: हाफिज सईद

लाहौर, प्रेट्र : मुंबई हमलों के मास्टमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद ने पा

By Edited By: Published: Fri, 13 Jul 2012 06:47 PM (IST)Updated: Fri, 13 Jul 2012 06:55 PM (IST)

लाहौर। मुंबई हमलों के मास्टमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद ने पाकिस्तान की एक अदालत से देश में अति महत्वपूर्ण व्यक्ति [वीवीआइपी] की संस्कृति समाप्त करने की मांग की है। याचिका ने कहा गया है कि यह संस्कृति औपनिवेशिक युग की विरासत है, जो इस्लामिक सिद्धांतों और संविधान का उल्लंघन कर रही है। लाहौर हाई कोर्ट में बुधवार को एक याचिका दायर करके सईद ने सरकार के शीर्ष पदाधिकारियों और अधिकारियों को मिलने वाली सुविधाओं को चुनौती दी।

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सईद के वकील एके डोगर द्वारा दायर याचिका में अदालत से वीआइपी और वीवीआइपी जैसे स्टेटस को औपनिवेशिक काल की विरासत घोषित करने का आग्रह किया गया है, जो संविधान में दिए गए समानता और सामाजिक एवं आर्थिक न्याय के प्रावधानों का उल्लंघन करता है।

हाल ही में अमेरिका ने सईद के सिर पर एक करोड़ डॉलर [करीब 55 करोड़ रुपये] का इनाम घोषित किया था। याचिका में दलील दी गई है कि पदाधिकारी सरकारी आवासों में राजा महाराजाओं की तरह रहते हैं। सईद ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का उदाहरण देते हुए कहा,'वह 17वीं सदी में बने चार कमरों वाले एक छोटे से घर में रहते हैं।'

उसने दावा किया कि जिस तरह ब्रिटिश प्रधानमंत्री रहते हैं वह इस्लामी सिद्धांत और मुहम्मद पैगंबर की शिक्षा के अनुरूप है। उसने कहा है कि पाकिस्तान के राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री आवास, सभी प्रांतों में स्थित मुख्यमंत्री आवास, मंत्रियों के बंगलों को सामाजिक और आर्थिक न्याय के इस्लामी सिद्धांतों का उल्लंघन करार देना चाहिए।

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