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सीरिया में पहली बार पनडुब्बी से रूस ने दागी मिसाइलें

रूस ने सीरिया में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) के खिलाफ हमले तेज कर दिए हैं। पहली बार उसने पनडुब्बी से मिसाइलें दागी हैं। भूमध्यसागर में तैनात पनडुब्बी रोस्तोव ऑन डॉन से आतंकी संगठन की स्वयंभू खिलाफत की राजधानी रक्का में कैलिबर मिसाइल दागी गई। यह हमला बुधवार को सऊदी

By Abhishek Pratap SinghEdited By: Published: Wed, 09 Dec 2015 07:32 PM (IST)Updated: Wed, 09 Dec 2015 08:00 PM (IST)
सीरिया में पहली बार पनडुब्बी से रूस ने दागी मिसाइलें

मॉस्को: रूस ने सीरिया में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) के खिलाफ हमले तेज कर दिए हैं। पहली बार उसने पनडुब्बी से मिसाइलें दागी हैं। भूमध्यसागर में तैनात पनडुब्बी रोस्तोव ऑन डॉन से आतंकी संगठन की स्वयंभू खिलाफत की राजधानी रक्का में कैलिबर मिसाइल दागी गई। यह हमला बुधवार को सऊदी अरब की पहल पर रियाद में सीरियाई समूहों की बातचीत से पहले किया गया।

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रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने बताया कि रक्का में आइएस के दो मजबूत ठिकानों को निशाना बनाने के लिए मिसाइल हमला किया गया। इन हमलों में आतंकी संगठन के रणनीतिक केंद्र, हथियार और तेल भंडार नष्ट हो गए। इस हमले के बारे में इजरायल और अमेरिका को पहले ही जानकारी दे दी गई थी। सर्गेई ने बताया कि पिछले महीने जिस लड़ाकू विमान को तुर्की ने मार गिराया था उसका ब्लैक बॉक्स भी बरामद हो गया है।

गौरतलब है कि सीरिया में रूस ने 30 सितंबर को हवाई हमले शुरू किए थे। इन हमलों की शुरुआत से ही पश्चिमी देश उस पर आइएस की बजाय सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद के खिलाफ संघर्षरत समूहों को निशाना बनाने के आरोप लगा रहे हैं। हाल में रूस के सीरियाई अभियान में तेजी देखी गई है। बीते शनिवार से उसने सीरिया में छह सौ आतंकी ठिकानों पर 1920 बम गिराए हैं।

पुतिन को उम्मीद, नहीं करना पड़ेगा परमाणु हमला

कैलिबर मिसाइल परमाणु हथियारों के साथ भी मार करने में सक्षम है। हालांकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उम्मीद जताई है कि आतंकियों के खिलाफ लड़ाई में इस हथियार की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने ब्लैक बॉक्स की जांच से कई रहस्यों से पर्दा उठने की भी बात कहते हुए अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों से इसमें शामिल होने का आह्वान किया है।

रियाद में कैसी बातचीत

सीरियाई राष्ट्रपति असद के खिलाफ संघर्षरत अलग-अलग समूहों को साथ लाने की कोशिश के तहत रियाद में बातचीत शुरू हुई है। इसका मकसद असद के साथ बातचीत से पहले साझा एजेंडा तैयार करना है। असद के साथ इस साल की शुरुआत में बातचीत की उम्मीद है। सीरिया में मार्च 2011 में गृहयुद्ध की शुरुआत के बाद से पहली बार इस तरह की बातचीत हो रही है।

तीस फीसद हमले ही आतंकी ठिकानों पर

अमेरिका ने एक बार फिर रूस पर सीरियाई विद्रोहियों को निशाना बनाने का आरोप लगाया है। आइएस विरोधी गठबंधन के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के विशेष दूत ब्रेट मैकगुर्क ने बुधवार को बगदाद में बताया कि रूस के 30 फीसद हमले ही आतंकी संगठन के ठिकानों पर किए गए हैं। शेष हमले विद्रोहियों को निशाना बनाकर किए गए हैं।

होम्स से हटने लगे विद्रोही

सीरियाई सरकार से हुए समझौते के तहत विद्रोहियों ने होम्स शहर से हटना शुरू कर दिया है। सीरियन ऑब्जरवेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने बताया कि दो हजार विद्रोहियों ने परिवार के साथ इस शहर को छोड़ दिया है, जबकि सैकड़ों इसकी तैयारी कर रहे हैं। यहां से विद्रोही अपने नियंत्रण वाले पूर्वोत्तर इदलिब प्रांत जाएंगे। 'क्रांति की राजधानी' कहे जाने वाले इस तीसरे बड़े सीरियाई शहर में ही सबसे पहले राष्ट्रपति असद के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हुए थे।

कैरी जाएंगे मॉस्को

सीरिया और यूक्रेन के मसले पर बातचीत के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी रूस जाएंगे। कैरी ने बताया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव के साथ बातचीत के लिए वे अगले हफ्ते मॉस्को जाने की योजना बना रहे हैं। यदि ऐसा हुआ तो इस साल यह कैरी की दूसरी रूस यात्रा होगी।


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