लखवी मामले में विफलता पाक के लिए राष्ट्रीय शर्मिंदगी
मुंबई हमलों (26/11) के मास्टरमाइंड जकी उर रहमान लखवी के मामले में पाकिस्तान के यू-टर्न की मीडिया में तीखी आलोचना हो रही है। पड़ोसी मुल्क के एक शीर्ष समाचारपत्र ने उफा घोषणा के बाद पाकिस्तान द्वारा अपनाए गए रवैये को राष्ट्रीय शर्म तक कह डाला है। रूस के उफा शहर में
इस्लामाबाद।मुंबई हमलों (26/11) के मास्टरमाइंड जकी उर रहमान लखवी के मामले में पाकिस्तान के यू-टर्न की मीडिया में तीखी आलोचना हो रही है। पड़ोसी मुल्क के एक शीर्ष समाचारपत्र ने उफा घोषणा के बाद पाकिस्तान द्वारा अपनाए गए रवैये को राष्ट्रीय शर्म तक कह डाला है।
रूस के उफा शहर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात में पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ ने लखवी की आवाज का नमूना देने की बात कही थी। बाद में अभियोजन पक्ष की अगुआई कर रहे चौधरी अजहर ने इससे यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि यह संभव ही नहीं है। देश के प्रमुख अखबारों में एक 'द नेशन' ने मंगलवार को 'लखवी का असहयोग' नाम से प्रकाशित संपादकीय के जरिये नवाज सरकार के रुख की कड़ी आलोचना की है। अखबार लिखता है कि लखवी का असहयोग तो अपेक्षित था ही लेकिन अजहर के बयान ने कहीं ज्यादा नुकसान पहुंचाया।
समाचारपत्र कहता है, 'सीमा पार से (भारत) यू-टर्न पर रोष पूर्ण नाराजगी आने शुरू हो चुके हैं, जिससे सद्भाव के लिए बनाए गए माहौल को नुकसान पहुंच रहा है। अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए आश्वासनों को अमलीजामा पहनाने में हमारी विफलता राष्ट्रीय शर्मिंदगी के अलावा और कुछ नहीं है।'