मुस्लिम प्रवेश पर रोक के बयान से पीछे नहीं ट्रंप
रिपब्लिकन पार्टी की ओर से उम्मीदवार बनने की दौड़ में सबसे आगे चल रहे डोनाल्ड ट्रंप मुस्लिमों के संबंध में अपने विवादित बयान से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। वह अमेरिका में मुस्लिमों के प्रवेश पर रोक लगाने संबंधी पूर्व में दिए अपने बयान पर कायम हैं।
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से उम्मीदवार बनने की दौड़ में सबसे आगे चल रहे डोनाल्ड ट्रंप मुस्लिमों के संबंध में अपने विवादित बयान से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। वह अमेरिका में मुस्लिमों के प्रवेश पर रोक लगाने संबंधी पूर्व में दिए अपने बयान पर कायम हैं। पार्टी में ही उनके प्रतिद्वंद्वी जेब बुश ने ट्रंप के बयान पर हैरानी जताई है और कहा है कि अमेरिका कैसे अपने खास सहयोगी भारत और इंडोनेशिया से आने वाले मुस्लिमों को रोक पाएगा ?
मुस्लिम विरोधी अपने रुख के चलते अमेरिका में बढ़ी लोकप्रियता से उत्साहित ट्रंप ने साफ कर दिया है कि वह अपनी सोच नहीं बदलने जा रहे। उनकी यह सोच देश की सुरक्षा के लिए जरूरी है। ट्रंप ने कहा, मैं अपने देश को सुरक्षित रखना चाहता हूं। कट्टरपंथी इस्लाम गंभीर समस्या बन गया है। यह समस्या पूरी दुनिया में व्याप्त है। इसलिए मुस्लिमों के प्रति सोच में बदलाव का सवाल ही पैदा नहीं होता।
ट्रंप ने कहा कि हम राजनीति में व्याप्त कमजोरी को दूर करेंगे। हम ऐसा देश बनाएंगे जो समस्याओं को साथ लेकर न चलने वाला हो। हम नहीं चाहते कि विमान उड़कर वर्ल्ड ट्रेड सेंटर (डब्ल्यूटीसी) से टकराएं। हम नहीं चाहते कि कैलिफोर्निया में निर्दोषों पर फायरिंग करके उन्हें मारे जाने जैसी घटनाएं हों। ऐसी घटनाएं पूरी दुनिया में हो रही हैं। ट्रंप ने साफ किया कि उनकी प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की व्यवस्था स्थायी रूप से लागू नहीं होगी लेकिन जब तक समस्या रहेगी-तब तक हम मुस्लिमों पर रोक लगाएंगे।
उम्मीदवार बनने के लिए चल रही बहस में बुश ने जानना चाहा कि राष्ट्रपति बनने की स्थिति में ट्रंप किस प्रकार से भारत, इंडोनेशिया और अन्य सहयोगी देशों से आने वाले मुस्लिमों को आने से रोक पाएंगे। ..निश्चित रूप से हम उन्हें नहीं रोक पाएंगे। क्या इस तरीके से हम आतंकी संगठन आइएस को बर्बाद कर पाएंगे ? बुश ने अनुरोध किया कि ट्रंप अपने मुस्लिमों पर रोक संबंधी बयान पर पुनर्विचार करें।