डोनाल्ड ट्रंप ने अर्थव्यवस्था और विदेश नीति पर रखे अपने विचार
ट्रंप ने इंटरव्यू में कहा कि उन्हें लगता है कि आज की दुनिया अलग है और उन्हें नहीं लगता है कि उन्हें अब राष्ट्र निर्माण करनी की जरूरत है। यूक्रेन के सवाल पर उन्होंने कहा कि जर्मनी यूक्रेन के मुद्दे पर नाटो से बात क्यों नहीं कर रही?
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी से सबसे मजबूत उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को देश की अर्थव्यवस्था और उनकी विदेश नीति को लेकर एक अमेरिकी अखबार को इंटरव्यू दिया। अपने कई भाषणों में अर्थव्यवस्था को लेकर उनकी सोच पर बात ना करने वाले ट्रंप ने इंटरव्यू में कहा कि उन्हें लगता है कि आज की दुनिया अलग है और उन्हें नहीं लगता है कि उन्हें अब राष्ट्र निर्माण करनी की जरूरत है।
हालांकि उन्होंने देश में इंफ्रास्टक्चर को मजबूत करने की जरूरत पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि ये बात आप कब कहेंगे कि अब हमें अपना और अपनों का ख्याल रखना चाहिए। इसलिए वो जानते हैं कि अमेरिका के बाहर भी एक दुनिया है और उसपर भी उनका ध्यान है लेकिन इसी बीच उनके देश का एक हिस्सा अगल थलग पड़ रहा है खासकर अमेरिका के अंदरूनी शहर जिसकी तरफ उन्हें ध्यान देना है।
विदेश नीति पर ट्रंप से सवाल
रूस के खिलाफ यूक्रेन का साथ देने पर सवाल पर ट्रंप ने कहा कि वो कुछ भी नहीं कर रहे हैं। उन्होंने पूछा कि जर्मनी यूक्रेन के मुद्दे पर नाटो से बात क्यों नहीं कर रही है? उन्होंने पूछा कि यूक्रेन के पड़ोसी देश क्यों इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं और वो क्यों हस्तक्षेप नहीं कर रहे हैं?
उन्होंने कहा कि फरवरी 2015 में सीजफायर की घोषणा ने यूक्रेन में हिंसा को काफी हद तक रोकने में मदद की और जर्मनी और फ्रांस ने समझौते को लेकर प्रयास शुरू किए। उन्होंने कहा कि अमेरिकी की इस मामले में सीधे तौर पर दखलअंदाजी नहीं है।
उन्होंने कहा कि इजराइल और फिलिस्तीन के बीच दशकों से चल रहे संघर्ष को लेकर भी वो तटस्थ बने रहने की कोशिश करेंगे।