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वाघा सीमा पर विस्‍फोट में मरने वालों की संख्‍या 61 हुई

वाघा सीमा पर रविवार शाम फ्लैग लोअरिंग सेरेमनी के तुंरत बाद हुए आत्‍मघाती हमले में मरने वालों की संख्‍या 61 तक पहुंच गई और 100 से ज्‍यादा अभी भी लाहौर के विभिन्‍न अस्‍पतालों में अपना इलाज करा रहे हैं।मृतकों में 10 महिलाएं, आठ बच्‍चे और तीन सुरक्षाकर्मी शामिल हैं। सुरक्षा

By Sanjay BhardwajEdited By: Published: Mon, 03 Nov 2014 12:34 PM (IST)Updated: Mon, 03 Nov 2014 01:25 PM (IST)
वाघा सीमा पर विस्‍फोट में मरने वालों की संख्‍या 61 हुई

लाहौर। वाघा सीमा पर रविवार शाम फ्लैग लोअरिंग सेरेमनी के तुंरत बाद हुए आत्‍मघाती हमले में मरने वालों की संख्‍या 61 तक पहुंच गई और 100 से ज्‍यादा अभी भी लाहौर के विभिन्‍न अस्‍पतालों में अपना इलाज करा रहे हैं। मृतकों में 10 महिलाएं, आठ बच्‍चे और तीन सुरक्षाकर्मी शामिल हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने भारत-पाक सीमा क्षेत्र से 20 संदिग्‍ध लोगों को गिरफ्तार किया है।

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गौरतलब है कि वाघा सीमा पर झंडा उतारने का समारोह खत्‍म होने के तुरंत बाद शाम छह बजकर तीन मिनट पर एक लगभग 20 वर्षीय आत्‍मघाती हमलावर ने परेड ग्राउंड के मुख्‍य गेट पर अपने आप को उड़ा दिया। कई लोग मौके पर ही मारे गए और कई अन्‍य ने अस्‍पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ा। अभी भी कुछ घायलों की हालत नाजुक बनी हुई है।

पुलिस प्रवक्‍ता नियाब हैदर नकवी ने बताया कि वाघा के रिहायशी इलाकों में अभियान चलाकर 20 संदिग्‍धों को गिरफ्तार किया गया है। इनसे पूछताछ जारी है। उन्‍होंने कहा कि धमाके के बाद ही पुलिस, रेंजर्स और खुफिया एजेंसी की संयुक्‍त टीम जांच में जुट गई है। नकवी ने कहा कि लाहौर में मुहर्रम के जुलूस को पुलिस सेना व रेंजर्स के साथ मिलकर सुरक्षा प्रदान करेगी।

पंजाब प्रांत के आंतरिक सुरक्षा मंत्री कर्नल (सेवानिवृत) शुजा खानजादा ने कहा कि हमलावर का निशाना झंडोत्‍तोलन समारोह था। वह परेड स्‍थ्‍ाल तक पहुंचना चाहता था लेकिन कड़ी सुरक्षा को देखते हुए उसने अपने आप को गेट पर ही उड़ा दिया। उन्‍होंने कहा कि यदि वह समारोह स्‍थल के करीब पहुंच जाता तो और ज्‍यादा नुकसान हो सकता था।

उधर, आत्‍मघाती हमले की तीन अलग-अलग आतंकी संगठनों ने जिम्‍मेदारी ली है। सबसे पहले तकरीक-ए-तालिबान से अलग हुए और अल कायदा से जुड़े आतंकी संगठन जुनदुल्‍ला ने हमले की जिम्‍मेदारी ली। इसके बाद जमातुल अहरर ने दावा किया कि उसके हमलावर हाफिज हनीफुल्‍लाह ने विस्‍फोट को अंजाम दिया है। फिर कुछ देर बाद ही कम प्रसिद्ध महर मेहसूद नामक संगठन ने हमले की जिम्‍मेदारी ली।

पंजाब के आइजी मुश्‍ताक अहमद सुखेरा द्वारा प्राथमिक जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि हमलावर लगभग 20 साल का था और वह वाघा सीमा के इलाके में कई दिनों से डेरा डाले हुए था। रिपोर्ट में संभावना जताई गई है कि हमलावर के साथ उसका साथी भी वहां मौजूद था। रिपोर्ट के अनुसार, हमले में 15 से 20 किलोग्राम विस्‍फोटक का इस्‍तेमाल किया गया था और इसे हमलावर ने अपने शरीर पर बांध रखा था।

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