तुर्की के प्रधानमंत्री ने कहा- तख़्ता पलट की कोशिश लोकतंत्र पर काला धब्बा
तुर्की में सेना के एक धड़े द्वारा तख्तापलट की कोशिश की गई है। रात से जारी हिंसा में तुर्की में 194 लोगों की मौत हो गई है। वहीं प्रधानमंत्री ने 161 लोग ...और पढ़ें

अंकारा (जेएनएन)। तुर्की में तख्ता पलट की विफल कोशिशों को तुर्की के प्रधानमंत्री बिनाली यिलदीरीम ने लोकतंत्र पर काला धब्बा करार दिया है। उधर, तुर्की की सेना के एक गुट द्वारा टैंकों और लड़ाकू विमानों की मदद से राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोग़ान का तख्ता पलटने की कोशिशों के बीच एर्दोग़ान इस्तांबुल लौट आए और स्थिति पर नियंत्रण हासिल करने का दावा किया। देर रात सैनिक और टैंक सड़कों पर उतर आए तथा आठ करोड़ की आबादी वाले देश के दो सबसे बड़े शहरों अंकारा और इस्तांबुल में सारी रात धमाके होते रहे। तुर्की नाटो का सदस्य है।
तख्तापलट की कोशिश के विफल होने के दावे के बीच अधिकारियों ने कहा कि तुर्की के बड़े शहरों में रातभर हुई हिंसा में 194 लोगों की मौत हो गई है और 1,154 घायल हुए हैं। हालांकि तुर्की के प्रधानमंत्री बिनाली यिलदीरीम 161 लोगों की मौत होने की पुष्टि की हैै। उनके मुताबिक अब तक करीब 3000 लोगों को हिरासत में लिया गया है। राष्ट्रपति एर्दोग़ान ने तख्तापलट के प्रयास की निंदा करते हुए कहा कि जिस राष्ट्रपति को 52 प्रतिशत लोग सत्ता में लेकर आए, वही इन चार्ज है। जिस सरकार को लोगों सत्ता में लेकर आए, वही इन चार्ज है। जब तक हम अपना सब कुछ दाव पर लगाकर उनके खिलाफ खड़े हैं, तब तक वह कामयाब नहीं हो सकते।'
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प्रधानमंत्री बिनाली यिलदीरीम ने शुक्रवार को कहा, "कुछ लोगों ने अवैध रूप से तख्तापलट की एक अवैध कार्रवाई का प्रयास किया है। लोकतंत्र में रोड़ा डालने वाले ऐसे किसी कदम की इजाजत नहीं दी जाएगी। लोगों द्वारा चुनी गई सरकार अब भी सत्ता में है। यह सरकार तभी जाएगी जब जनता अपना निर्णय सुनाएगी।" उन्होंने कहा कि सेना द्वारा इस तरह की कार्रवाई गैर कानूनी है लेकिन यह तख्तापलट नहीं था।

समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार सेना ने इस्तांबुल में भीड़ पर गोलियां दागीं है, जिसमें कई लोगों के हताहत होने की आशंका है। तख्तापलट में इस्तेमाल किए जा रहे एक हेलीकॉप्टर को एफ-16 विमान ने मार गिराया है।
17 पुलिस अधिकारियों की मौत
एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, अंकारा के बाहरी इलाके में स्थित विशेष पुलिस बल के मुख्यालय पर हेलीकॉप्टर से हमले में 17 पुलिस अधिकारियों मारे गए हैं। जबकि इस हमले में 90 नागरिकों की मौत भी हुई है। तुर्की की संसद में विस्फोट की खबर है, जहां सेना ने अपने टैंक तैनात कर दिए थे।
तख्तापलट की कोशिश करने वाले नतीजे भुगतने को रहे तैंयार- एर्दोगान (राष्ट्रपति)
तुर्की के राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे सैन्य बलों के कुछ समूहों द्वारा तुर्की की अखंडता और एकता को निशाना बनाया गया। उन्होंने कहा कि जिन्होंने भी इस तख्तापलट की कोशिश को अंजाम देने की कोशिश की है उन्हें परिणाम भुगतने होंगे। तुर्की के पीएम ने कहा तख्तापलट की कोशिश कर रहे 700 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
तुर्की के सरकारी प्रसारक टीआरटी के अनुसार देश भर में कर्फ्यू घोषित कर दिया गया है और हवाई अड्डों को बंद कर दिया गया है। रॉयटर की रिपोर्ट के अनुसार तुर्की की राजधानी अंकारा में सेना के हेलाकॉप्टरों द्वारा गोलीबारी की जा रही है। राजधानी अंकारा में धमाके की आवाज सुनी गयी है।

भारतीय विदेश मंत्रालय ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट कर तुर्की में रह रहे भारतीय नागरिकों को हालात स्पष्ट होने तक सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचने की सलाह देते हुए घरों में ही रहने की सलाह दी है। भारतीय नागरिक ज्यादा जानकारी के लिए अंकारा में +905303142203 और इस्तांबुल में +905305671095 पर संपर्क कर सकते हैं।

इससे पहले राजधानी अंकारा में शुक्रवार को सैन्य जेल विमानों की बेहद नीची उड़ान भरते देखा गया। इस्तांबुल में बोसफोरस और फातिह सुल्तान मेहमेट, दोनों पुलों पर यातायात को रोक दिया गया है। खबरों के अनुसार राजधानी अंकारा में गोलियों की आवाज सुनाई देने की भी खबरें हैं। बीबीसी की खबर के मुताबिक इस्तांबुल हवाई अड्डे के बाहर टैंक तैनात किये गये हैं।

राष्ट्रपति ने लोगों से सड़कों पर उतरने को कहा
तुर्की में सेना के एक समूह द्वारा तख्तापलट की कोशिशों के बीच राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगान सुरक्षित हैं। वहीं राष्ट्रपति कार्यालय ने एर्दोगान के ठिकाने का तो कोई खुलासा नहीं किया, बस इतना बताया कि वह सुरक्षित स्थान पर हैं। रॉयटर के अनुसार राष्ट्रपति एर्दोगान ने नागरिकों से सरकार के समर्थन में सड़कों पर उतरने को कहा है।
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पीएम यिलदीरीम ने टीवी चैनल एनटीवी को फोन पर जानकारी देते हुए बताया, "हम एक प्रयास करने की संभावना पर काम कर रहे हैं, हम इस प्रयास को अनुमति नहीं देंगे। जो लोग इस अवैध कार्य कर रहे हैं उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी होगी।"

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