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चीन ने फिर जताई सीपीईसी में भारत की भागीदारी की इच्छा

चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में गुरुवार को प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि इस परियोजना के लिए निवेश की मांग लगातार बढ़ती जा रही है।

By Manish NegiEdited By: Published: Sat, 31 Dec 2016 12:04 AM (IST)Updated: Sat, 31 Dec 2016 12:35 AM (IST)
चीन ने फिर जताई सीपीईसी में भारत की भागीदारी की इच्छा

बीजिंग, प्रेट्र। चीन-पाक आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) में भारत की भागीदारी की बीजिंग ने फिर से इच्छा जताई है। 46 अरब डॉलर की इस परियोजना में निवेश की जरूरत को देखते हुए उसने भारत से ताजा अपील की है। उल्लेखनीय है कि गुलाम कश्मीर से गुजरने वाले इस गलियारे का निर्माण भारत की आपत्तियों को दरकिनार कर किया जा रहा है।

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चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में गुरुवार को प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि इस परियोजना के लिए निवेश की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। निवेश को लेकर पाकिस्तान की 'भूख' को अकेले चीन पूरा नहीं कर सकता। रिपोर्ट में कहा गया है, 'सीपीईसी को लेकर पाक में अंतहीन निवेश की मांग है। हालांकि इस बात की उम्मीद है कि इस गलियारे में चीन की तरफ से किए जा रहे निवेश में बढ़ोतरी होगी। लेकिन, सिर्फ एक देश से शायद ही पाकिस्तान की भूख शांत हो। निवेश की संभावना को बढ़ाने के लिए इस गलियारे में तीसरे पक्ष को शामिल करने को लेकर चीन खुले दिमाग से काम कर रहा है।'

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रिपोर्ट में कहा गया है, 'इस परियोजना से भारत, अफगानिस्तान और ईरान के अलावा रूस जैसी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को भी फायदा हो सकता है और ये देश गलियारे में शामिल होने की खातिर उपयुक्त चुनाव हैं।' यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई जब परियोजना को लेकर निवेश कम पड़ने की लगातार खबरें आ रही है। हालांकि चीन ज्यादा से ज्यादा निवेश के लिए सैद्धांतिक तौर पर सहमत हो चुका है। वह सीपीईसी के तहत नई सड़क परियोजनाओं के लिए भी पैसा देगा। साथ ही ग्वादर सिटी में एक स्टील फैक्ट्री का भी निर्माण करेगा।

गौरतलब है कि पिछले सप्ताह पाकिस्तानी सेना के एक वरिष्ठ कमांडर ने कहा था कि भारत को दुश्मनी छोड़ इस परियोजना में शामिल होना चाहिए। उस समय भी ग्लोबल टाइम्स ने भारत से सीपीईसी में भागीदारी की अपील की थी।

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