...अच्छा तो इस वजह से पायलट को विमान की इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी
साउथ हैंप्टन में एक अजीबो-गरीब घटना हुई। यहां विमान में एक अनचाहे व अजनबी यात्री ने दूसरे यात्रियों की जान खतरे में डाल दी। हालत ये हो गई कि उड़ान भर चुके विमान को वापस लेना पड़ा और उसकी इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी।
लंदन। साउथ हैंप्टन में एक अजीबो-गरीब घटना हुई। यहां उड़ान भरे चुके एक विमान में एक अनचाहे व अजनबी यात्री ने दूसरे यात्रियों की जान खतरे में डाल दी। हालत ये हो गई कि उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही विमान को वापस लेकर इसकी इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी।
जी हां, फ्लाइबी कंपनी का एक यात्री विमान अपने कुछ दर्जन यात्रियों को लेकर साउथ हैंप्टन से उड़ान भरा। विमान संख्या बीई 384 का यह विमान डब्लिन के उड़ान भरा ही था कि पायलट को कुछ तकनीकी दिक्कतें महसूस हुईं। तकनीकी समस्या की वजह से पायलट ने विमान को वापस लेने का फैसला किया।
पायलट की ओर से इमरजेंसी लैंडिंग की सूचना मिलते ही एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) ने विमान को जमीन पर उतारने का संकेत दिया। तुरंत ही विमान के इंजिनीयर्स रनवे पहुंच गए और विमान में तकनीकी समस्या को ढूंढ़ने लगे। काफी मशक्कत के बाद इंजिनीयर्स ने पाया कि विमान के पीछले हिस्से में समस्या है। काफी छानबीन के बाद उन्हें एक काले और पीले रंग की मधुमक्खी मिली।
एक प्रवक्ता ने बताया कि डिब्लिन के लिए उड़ान भरने वाली विमान संख्या बीई 384 को तकनीकी समस्या की वजह से उतारा गया है। इस दौरान सभी यात्री सुरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि इंजिनीयर्स ने तकनीकी समस्या को दूर कर लिया है। यह समस्या एक मधुमक्खी की वजह से उत्पन्न हुई थी।
उन्होंने बताया कि यात्रियों और क्रू मेंबर की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विमान की इमरजेंसी लैंडिग की गई, जिस वजह विमान के फिर से उड़ान भरने में देरी हुई। एक यात्री ने बताया कि मधुमक्खी बार बार विमान के एक डिवाइस पर बैठ जा रहा था, जिससे पायलट को प्लेन उड़ाने में परेशानी हो रही थी। इस लिए उड़ान भरने के दस मिनट बाद ही पायलट ने इमरजेंसी लैंडिंग की घोषणा कर दी। हालांकि समस्या दूर होने के बाद विमान को फिर से उड़ान भरने में दो घंटे लग गए।
इससे पहले 1996 में बोइंग 757 विमान इसी वजह से हादसे का शिकार हो गया था। इस हादसे में 189 लोगों की मौत हो गई थी।