आतंकी समझ बांग्लादेश पुलिस ने बंधक को मारी दी गोली
ढाका में एक रेस्त्रां में हुए आतंकी हमले के दौरान पुलिस ने उस शख्स को भी गलती से आतंकी समझकर गोली मार दी जो बंधक बने हुए थे।
ढाका, रायटर : ढाका के एक रेस्तरां पर शुक्रवार की रात हुए हमले में नया खुलासा हुआ है। पुलिस की गोली से मारे गए छह लोगों में से एक की पहचान रेस्तरां कर्मचारी के रूप में हुई है। सैफुल इस्लाम चौकीदार नामक यह व्यक्ति पिज्जा बनाता था और बीते 18 महीनों से रेस्तरां में काम कर रहा था। जांच से जुड़े वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सैफुल इस्लाम ने मंगलवार को बताया कि हमले में चौकीदार का हाथ नहीं दिख रहा है। आतंकी समझे जाने की गफलत में पुलिस ने उसे गोली मार दी थी।
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इस रेस्तरां में आतंकियों ने एक भारतीय सहित 20 विदेशी नागरिकों की हत्या कर दी थी। दो पुलिसकर्मी भी मारे गए थे। पुलिस ने बंधक संकट खत्म करने के बाद छह आतंकियों को मारने और एक को जिंदा पकड़ने का दावा किया था। इनमें से पांच के खिलाफ ही मंगलवार को आतंकरोधी आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया। इनके नाम हैं, निबरास इस्लाम, रोहन इम्तियाज, मीर सामेह मुबाशीर, खैरुल इस्लाम और शफीकुल इस्लाम। जिंदा पकड़े गए आतंकी की पहचान के बारे में अभी तक जानकारी नहीं दी गई है।
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हमले की जिम्मेदारी आइएस ने ली थी। लेकिन, बांग्लादेश का कहना है कि स्थानीय प्रतिबंधित संगठन जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) इसके पीछे है। इस्लाम ने बताया कि संगठन के छह सदस्यों की तलाश की जा रही है। माना जा रहा है कि इनलोगों ने ही हमले की योजना बनाई थी। उन्होंने बताया कि दो संदिग्ध फिलहाल अस्पताल में हैं और जेएमबी के 130 सदस्यों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। मारे गए आतंकियों के परिजनों से भी पूछताछ जारी है।