करजई ने अमेरिका के साथ बातचीत स्थगित की
काबुल। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई ने अमेरिका के साथ होने वाली बातचीत रोक दी है। एक वरिष्ठ अफगान अधिकारी ने बताया कि सरकार तालिबान को आधिकारिक दर्जा दिए जाने से नाखुश है, जिसने मंगलवार को कतर की राजधानी दोहा में अपना कार्यालय खोला है। करजई ने इस कार्यालय के नाम को लेकर नाराजगी जताई है।
काबुल। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई ने अमेरिका के साथ होने वाली बातचीत रोक दी है। एक वरिष्ठ अफगान अधिकारी ने बताया कि सरकार तालिबान को आधिकारिक दर्जा दिए जाने से नाखुश है, जिसने मंगलवार को कतर की राजधानी दोहा में अपना कार्यालय खोला है। करजई ने इस कार्यालय के नाम को लेकर नाराजगी जताई है।
अगले वर्ष के अंत में अफगानिस्तान में नाटो का अभियान समाप्त होने के बाद इस संघर्ष प्रभावित देश में अमेरिकी सैनिकों की मौजूदगी बनाए रखने के लिए दोनों देशों के बीच समझौता होना जरूरी है। करजई द्वारा बातचीत स्थगित करने के निर्णय से तालिबान के साथ बातचीत प्रारंभ करने के अमेरिकी प्रयासों को धक्का लग सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इसे अफगानिस्तान में पिछले 12 वर्ष से चल रहे संघर्ष को समाप्त करने की दिशा में महत्वूपर्ण कदम बताते हुए इसका स्वागत किया था।
बातचीत स्थगित होने के बारे में जानकारी देते हुए करजई के प्रवक्ता आइमल फैजी ने बताया, 'अफगानिस्तान संबंधी शांति वार्ता को लेकर अमेरिकी सरकार जो कह रही है और जो कर रही है, उनमें विरोधाभास देखा जा रहा है। राष्ट्रपति ने बुधवार सुबह अमेरिका के साथ द्विपक्षीय सुरक्षा समझौता (बीएसए) बातचीत को स्थगित कर दिया।' उन्होंने बताया कि विवाद के केंद्र में तालिबान कार्यालय द्वारा 'इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान' नाम प्रयोग किया जाना है। इसकी स्थापना 1996 में हुई थी जब तालिबान ने अफगानिस्तान पर शासन प्रारंभ किया था। 2001 में तालिबान के पतन के साथ ही इसका अंत हो गया था।
इस बीच, तालिबान ने दावा किया है कि उसने मंगलवार रात अफगानिस्तान में अमेरिका के सबसे बड़े सैन्य अड्डे बगराम पर रॉकेट से हमला कर चार अमेरिकी सैनिकों को मार दिया है। इससे अफगानिस्तान में शांति स्थापित होने को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं।
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