भारतीय की हत्या के जुर्म में अमेरिकी महिला को जेल
धार्मिक वैमनस्य के कारण एक भारतीय की जान लेने वाली अमेरिकी महिला को 24 साल जेल की सजा सुनाई गई है। 33 वर्षीय एरिका मेनेंडेज ने भारतीय सुनंदो सेन को ट्रेन के आगे धक्का दे दिया था जिससे उसकी मौत हो गई थी। मेनेंडेज ने मार्च में क्वींस सुप्रीम कोर्ट
न्यूयॉर्क। धार्मिक वैमनस्य के कारण एक भारतीय की जान लेने वाली अमेरिकी महिला को 24 साल जेल की सजा सुनाई गई है। 33 वर्षीय एरिका मेनेंडेज ने भारतीय सुनंदो सेन को ट्रेन के आगे धक्का दे दिया था जिससे उसकी मौत हो गई थी। मेनेंडेज ने मार्च में क्वींस सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश ग्रेगरी लेसक के सामने अपना गुनाह कुबूल किया था।
मेनेंडेज ने 27 दिसंबर 2012 की रात स्टेशन में प्रवेश कर रही सबवे ट्रेन के सामने सुनंदो (46) को धक्का दिया था। मेनेंडेज ने हालांकि जोर देकर कहा कि उसे कुछ याद नहीं, उसने सेन को ट्रेन के सामने क्यों धक्का दिया। न्यूयार्क पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, सजा सुनाने से पहले लेसक ने सेन की मौत को लेकर मेनेंडेज पर नाराजगी जाहिर की थी।
न्यायाधीश ने कहा, 'कारण चाहे कुछ भी हो, आपने गिरफ्तार होने के बाद पुलिस के सामने अपना बयान दिया था कि मैं मुस्लिमों और हिंदुओं से नफरत करती हूं। क्या आपको यह याद है?' इसके जवाब में मेनेंडेज ने कहा कि उसे कुछ भी याद नहीं। न्यायाधीश ने कहा कि मेनेंडेज के कृत्य ने पूरे शहर को आतंकित कर दिया।
उन्होंने कहा, 'यह क्रूर हत्या थी। यह मौत का बहुत-बहुत भयावह तरीका है। काम, स्कूल या अन्य जगहों पर जाने के लिए लाखों लोग न्यूयार्क सिटी में ट्रेन का इस्तेमाल करते हैं और वे सुरक्षित महसूस करना चाहते हैं।'