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फिर दहशतगर्दी में जुट सकते हैं रिहा आतंकी

तालिबान द्वारा अफगानिस्तान में बंधक बनाए गए अमेरिकी सैनिक को छुड़ाने के लिए पांच तालिबान आतंकियों की रिहाई के फैसले की आलोचना हो रही है। आशंका जताई जा रही है कि कुख्यात ग्वांतानामो बे जेल से छोड़े गए ये खूंखार आतंकी फिर दहशत फैलाने में जुट जाएंगे। मीडिया रिपोर्टो के अनुसार अमेरिकी सेना के सार्जेट बो

By Edited By: Published: Mon, 02 Jun 2014 09:10 AM (IST)Updated: Mon, 02 Jun 2014 10:05 AM (IST)

काबुल। तालिबान द्वारा अफगानिस्तान में बंधक बनाए गए अमेरिकी सैनिक को छुड़ाने के लिए पांच तालिबान आतंकियों की रिहाई के फैसले की आलोचना हो रही है। आशंका जताई जा रही है कि कुख्यात ग्वांतानामो बे जेल से छोड़े गए ये खूंखार आतंकी फिर दहशत फैलाने में जुट जाएंगे।

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मीडिया रिपोर्टो के अनुसार अमेरिकी सेना के सार्जेट बो बेर्गेडेल के बदले में रिहा किए गए पांचों तालिबान लड़ाकों की आतंकी नेटवर्क में पकड़ बेहद मजबूत है। विदेशी फौज के अफगानी जमीन छोड़ने के साथ ही वे इस नेटवर्क का दोबारा इस्तेमाल कर अफगानिस्तान में आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे सकते हैं। इनमें से एक 2002 से ही ग्वांतानामो बे में है। उसे पेंटागन ने हाई रिस्क श्रेणी में रखा था। दो अन्य आतंकियों पर अफगानिस्तान में हजारों अल्पसंख्यक शियाओं की हत्या जैसे गंभीर आरोप हैं। अफगानिस्तान में काम कर रही खुफिया एजेंसियां भी उनकी रिहाई से परेशान हैं।

लेकिन, तालिबान से शांति वार्ता में जुटी उच्च शांति परिषद के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आतंकियों की रिहाई के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि इससे देश में वार्ता का माहौल बनेगा।

सैनिक को रिहा करा ओबामा ने पूरा किया वादा

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सार्जेट बो बेर्गेडेल की रिहाई पर खुशी जताई है। वाशिंगटन में उन्होंने कहा कि हमने युद्ध से सभी सैनिकों को वापस लाने की प्रतिबद्धता को पूरा किया है। हम सैनिकों को पीछे नहीं छोड़ सकते। रक्षा मंत्री चक हेगल ने भी इसे बेहद जरूरी बताया।

उन्होंने कहा कि सार्जेट की जान खतरे में थी। विपक्षी रिपब्लिकन पार्टी के कुछ सांसदों ने हालांकि इस अदला-बदली को कानून विरोधी बताकर विरोध किया है। आशंका जताई गई है कि इससे आतंकी संगठन अमेरिकी सैनिकों के अपहरण की साजिश ज्यादा रचने लगेंगे।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रिहा हुआ सार्जेट अब अच्छी हालत में है। अफगानिस्तान के बगराम एयरफील्ड में उसका इलाज चल रहा है। वह चलने-फिरने में सक्षम हैं। उन्हें उपचार के लिए जल्द ही जर्मनी के एक अमेरिकी सैन्य अस्पताल में भेजा जाएगा। बेर्गेडेल को शनिवार को पूर्वी अफगानिस्तान में अमेरिकी विशेष बल और करीब 18 तालिबान लड़ाकों की मौजूदगी में रिहा किया गया। इस दौरान सैनिकों की मदद के लिए हेलीकॉप्टर और टोही विमान भी तैनात थे। तेरह साल से चल रहे संघर्ष में बेर्गेडेल एकमात्र अमेरिकी युद्धबंदी थे। वह जून, 2009 में अफगानिस्तान के पूर्वी प्रांत से गायब हो गए थे।

पढ़ें : ओबामा ने अफगानिस्तान से सेना वापसी का किया एलान


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