पाकिस्तान में फलों के बाजार में विस्फोट, 23 मरे
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के बाहरी इलाके में फलों के बाजारों में बुधवार को हुए विस्फोट में 23 लोग मारे गए जबकि 100 से अधिक लोग घायल हो गए। यह हमला ऐसे समय हुआ है जब प्रतिबंधित आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान [टीटीपी] और पीएमएल-एन सरकार देश में पिछले एक दशक से जारी हिंसा को समाप्त करने के लिए वार्ता कर रहे हैं।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के बाहरी इलाके में फलों के बाजारों में बुधवार को हुए विस्फोट में 23 लोग मारे गए जबकि 100 से अधिक लोग घायल हो गए। यह हमला ऐसे समय हुआ है जब प्रतिबंधित आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान [टीटीपी] और पीएमएल-एन सरकार देश में पिछले एक दशक से जारी हिंसा को समाप्त करने के लिए वार्ता कर रहे हैं।
यह विस्फोट रावलपिंडी की सीमा के पास राजधानी के सेक्टर आई-11 स्थित फलों के बाजार में हुआ। सूचना के मुताबिक बाजार में लाई गई अमरूद की पेटी में पांच किलोग्राम विस्फोटक रखा गया था। बुधवार सुबह व्यापारी जब फलों की थोक बिक्री के लिए एकत्र हुए तभी उसमें विस्फोट हो गया। इस बाजार में फलों की प्रतिदिन थोक बिक्री होती है। विस्फोट के बाद का मंजर दिल दहलाने वाला था। फलों की पेटियों के बीच शरीर के कटे अंग और रक्तरंजित कपड़े दिख रहे थे।
पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस [पीआइएमएस] के कुलपति प्रोफेसर जावेद अकरम ने कहा कि हमारे पास 20 लोगों के शव है। तीन अन्य शव होली फैमिली अस्पताल में हैं। घायलों में कई की हालत काफी गंभीर है। दोनों अस्पताल में आपातकाल घोषित कर दिया गया है। इस्लामाबाद के पुलिस महानिरीक्षक खालिद खटक ने बताया कि विस्फोट के समय करीब 1500 से 2000 लोग बाजार में मौजूद थे। यह हमला इस्लामाबाद में अदालत परिसर में आतंकी हमले के एक महीने बाद हुआ है।
सुरक्षा अधिकारियों और पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर ली है। बम निरोधक दस्ता इलाके में अन्य विस्फोटक उपकरणों की तलाश कर रहा है। हमले की किसी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है। हालांकि टीटीपी के प्रवक्ता शाहिदुल्ला शाहिद द्वारा जारी बयान में हमलों की निंदा की गई है और मारे गए लोगों के प्रति दुख व्यक्त किया गया है। उसने इन हमलों को गैरइस्लामिक बताया है। टीटीपी ने पिछले हफ्ते 10 अप्रैल तक संघर्ष विराम की घोषणा की थी।
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