हर बार नई समस्या, हल्द्वानी में कांग्रेस के लिए रैली करना हुआ मुश्किल; राहुल से पहले योगी के लिए बुक हुआ मैदान और अब...
कांग्रेस की रणनीति थी कि आठ अप्रैल को अपने बड़े चेहरे राहुल गांधी की हल्द्वानी में रैली करवाई जाए। इसके लिए एमबी इंटर कालेज के खेल मैदान को चिन्हित किया गया था। मगर भाजपा ने इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ के लिए इस मैदान को बुक कर लिया। हालांकि यह अलग बात है कि इस दिन योगी भी नहीं आए।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी। कांग्रेस की रणनीति थी कि आठ अप्रैल को अपने बड़े चेहरे राहुल गांधी की हल्द्वानी में रैली करवाई जाए। इसके लिए एमबी इंटर कालेज के खेल मैदान को चिन्हित किया गया था। मगर भाजपा ने इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ के लिए इस मैदान को बुक कर लिया।
हालांकि, यह अलग बात है कि इस दिन योगी भी नहीं आए। इसके बाद 17 अप्रैल को इसी जगह पर कांग्रेस ने अपने दूसरे स्टार प्रचारक सचिन पायलट की बड़ी जनसभा की तैयारी शुरू कर दी। मगर सोमवार दोपहर बताया गया कि अब यह मैदान निर्वाचन से जुड़ी गाड़ियां खड़ी करने के लिए बुक हो चुका है। ऐसे में कांग्रेस को अब हल्द्वानी रामलीला मैदान में पायलट को बुलाना पड़ेगा।
कुमाऊं में लोकसभा की दो सीटें आती है। हल्द्वानी को कुमाऊं का प्रवेश द्वार कहा जाता है। ऐसे में हर चुनाव में भाजपा-कांग्रेस की कोशिश रहती है कि यहां बड़े नेता की रैली करवाई जाए। विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने एमबी इंटर कालेज के खेल मैदान में रैली की थी।
वहीं, लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने आठ अप्रैल को इसी मैदान में राहुल गांधी के कार्यक्रम की तैयारी शुरू कर दी थी। मगर भाजपा ने सीएम योगी के लिए इसे बुक कर लिया। मगर योगी 13 अप्रैल को यहां आए। वहीं, मैदान न मिलने पर राहुल की रैली निरस्त हो गई। इसके बाद कांग्रेस ने प्रचार के अंतिम दिन यहां सचिन पायलट को बुलाने के लिए तैयारी शुरू कर दी।
सोमवार सुबह पार्टी पदाधिकारी मैदान भी पहुंच गए। मगर दोपहर में बताया गया कि मंगलवार से यह मैदान चुनावी गाड़ियों को खड़ा करने के लिए आरक्षित हो चुका है। एआरओ हल्द्वानी एपी वाजपेयी ने बताया कि भीमताल व नैनीताल विधानसभा के दुर्गम इलाकों की पोलिंग पार्टी 17 अप्रैल को रवाना हो जाएगा। इनके वाहन यहां खड़े होंगे।
17 अप्रैल शाम पांच बजे तक प्रचार की अनुमति है। निर्धारित समय के बाद हम मैदान को छोड़ देते। उसके बावजूद एमबी का खेल मैदान नहीं दिया गया। 13 अप्रैल को भाजपा इसी मैदान में रैली कर चुकी है। कांग्रेस के मामले में ऐसा निर्णय लेना गलत है। - राहुल छिमवाल, जिलाध्यक्ष कांग्रेस