पेंशन बहाली संघर्ष समिति ने निकाला एनपीएस से आजादी का तिरंगा मार्च
शनिवार को पेंशन बहाली संघर्ष समिति द्वारा प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र धारीवाल की अध्यक्षता में हनुमान वाटिका भवन में एनपीएस (नई पेंशन प्रणाली) से आजादी चितन एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इसका संचालन प्रदेश महासचिव ऋषि नैन ने किया।
जागरण संवाददाता, कैथल: शनिवार को पेंशन बहाली संघर्ष समिति द्वारा प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र धारीवाल की अध्यक्षता में हनुमान वाटिका भवन में एनपीएस (नई पेंशन प्रणाली) से आजादी चितन एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इसका संचालन प्रदेश महासचिव ऋषि नैन ने किया। प्रशिक्षण शिविर कार्यक्रम में 11 जिलों पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा की जिला और ब्लाक कार्यकारिणी के सदस्यों ने हिस्सा लिया।
शिविर का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में पुरानी पेंशन नीति बहाल करवाने के लिए संघर्ष समिति द्वारा चलाए जा आंदोलन का मूल्यांकन कर आगामी आंदोलन की रूपरेखा तैयार करना और संघर्ष समिति के सभी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करना करना रहा। इसमें एनपीएस और ओपीएस (पुरानी पेंशन प्रणाली) के मूल्यांकन की जानकारी, आंदोलन को क्रमबद्ध चलाने की रणनीति, सरकार से वार्ता के प्रयास आदि विषयों की जानकारी दी गई। प्रशिक्षण शिविर के बाद आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में और बलिदानियों के सम्मान में संघर्ष समिति द्वारा हनुमान वाटिका से हरियाणा शहीद स्मारक तक तिरंगा यात्रा निकाली गई। प्रशिक्षण शिविर में पंचकूला जिला प्रधान सुभाष, अंबाला जिला प्रधान रमेश कुमार, यमुनानगर जिला प्रधान शशि भूषण, कुरुक्षेत्र जिला नरेश फुले, करनाल जिला प्रधान संदीप तुरण, पानीपत जिला प्रधान विजय शर्मा, कैथल जिला प्रधान सुरेंद्र माजरा, जींद जिला प्रधान जोगिद्र लोहान, हिसार जिला प्रधान दिनेश शर्मा, फतेहाबाद जिला प्रधान महेंद्र शर्मा और सिरसा जिला प्रधान राजकुमार के नेतृत्व में उपस्थित ब्लाक और जिला कार्यकारिणी को राज्य कार्यकारिणी से कमलदीप हुसैनी, विजेंद्र टंडन, अमित ढिल्लों, कुलदीप शर्मा, संदीप शर्मा, प्रमोद इष्टकोन, देवराज बालियान, अनूप लाठर, वजीर गांगुली, प्रवीण देशवाल, ज्ञान गिल, पुरुषोत्तम मजोका, आनंद कुमार द्वारा संबोधित किया गया।
इस अवसर में महिला कार्यकर्ताओं की भी शिविर में भागीदारी रही, जिसमें सुमन रानी, मोनिका भारद्वाज ने अपने विचार रखे। चितन शिविर में आगामी आंदोलन की रूपरेखा पर मंथन करते हुए निर्णय लिया गया कि प्रदेश में जागरूकता अभियान चला सबसे पहले जिला स्तरीय सम्मेलन किए जाएंगे। अगर उसके बावजूद सरकार पेंशन बहाली संघर्ष समिति से वार्ता कर पुरानी पेंशन नीति को बहाल नहीं करती तो बड़ा प्रदेश स्तरीय आंदोलन किया जाए। इस अवसर महावीर सिंह, बलवान, राजेश सहराण सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।