संक्रमण काल में नियम तोड़ने में सबसे आगे हैं युवा
25 हजार वाहनों का चालान और 50 हजार से ज्यादा लोगों पर कार्रवाई हुई। नासमझी में की गई लापरवाही जीवन पर भारी पड़ सकती है।
अमेठी : मनमानी करने वाले वाहन चालक कोरोना संक्रमण काल में भी नहीं माने, जिसकी कीमत भी उन्होंने चुकाई। पुलिस ने 25 हजार वाहनों का चालान करने के साथ 50 हजार से ज्यादा ऐसे लोगों पर कार्रवाई करते हुए भारी-भरकम जुर्माना वसूल किया।
बहरहाल, कोरोना महामारी के दौर में भी यातायात नियम-कानून तोड़ने वालों से सबसे ज्यादा युवा ही हैं, जो कि शिकंजे में आए हैं। कोविड गाइडलाइन के उल्लंघन के तहत यदि धारा 188 के तहत पुलिस ने कार्रवाई की तो युवाओं का भविष्य दांव पर लग जाएगा। इस मुकदमे के बाद न तो पासपोर्ट बन पाएगा और न ही पुलिस थानों से चरित्र प्रमाण-पत्र जारी हो सकेगा। ऐसे में मनमानी करियर पर भारी पड़ सकती है। बावजूद इसके लोग सचेत होने को तैयार नहीं हैं।
सख्ती के साथ प्यार से भी समझा रही पुलिस :
अपर पुलिस अधीक्षक दयाराम सरोज ने बताया कि कोरोना संक्रमण काल में चुनौती बढ़ गई हैं। पुलिस इसे स्वीकार करते हुए सख्ती के साथ लोगों को प्यार से भी समझा रही है। जगह-जगह लाउडस्पीकर के जरिए लोगों को कोरोना संक्रमण के बारे में सचेत किया जा रहा है।
फैक्ट फाइल :
वाहनों का चालान : 24 हजार 70
सीज वाहन : 307 रुपये
वसूला गया जुर्माना : 11 लाख 70 हजार 550 रुपये
मास्क न लगाने पर चालान : 30 हजार 425 रुपये
लगाया गया जुर्माना : 37 लाख 27 हजार 200 रुपये
थूकने पर चालान : दो हजार 658 रुपये
वसूला गया जुर्माना : तीन लाख छह हजार 300 रुपये
अन्य चालान : तीन हजार 699 रुपये
वसूला गया जुर्माना : नौ लाख 43 हजार 600 रुपये
(नोट : 23 मार्च से अब तक। स्त्रोत्र : पुलिस विभाग)