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यूपी के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने किया ट्वीट- बंद पड़ी कताई मिलें शुरू होंगी और बनाएंगे आत्मनिर्भर भारत

प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने ट्वीट किया है कि आत्मनिर्भर भारत के लिए मिशन को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से बंद पड़ी कताई मिलों को दोबारा प्रारंभ करने के लिए बजट में एमएसएमई पार्क के लिए 200 करोड़ का प्रावधान किया गया है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 24 Feb 2021 08:48 AM (IST)Updated: Wed, 24 Feb 2021 08:48 AM (IST)
यूपी के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने किया ट्वीट- बंद पड़ी कताई मिलें शुरू होंगी और बनाएंगे आत्मनिर्भर भारत
उत्‍तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने ट्वीट कर आत्मनिर्भर भारत बनने की बात कही।

प्रयागराज, जेएनएन। आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को मूर्तरूप देने का ब्लू प्रिंट तैयार हो चुका है। इसके लिए उद्योग के क्षेत्र में गतिविधियां बढ़ाई जाएंगी। युवाओं को अपना उद्यम लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। बजट में बंद पड़े उद्योगों को भी संजीवनी देने का प्रयास है।

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प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने ट्वीट किया है कि आत्मनिर्भर भारत के लिए मिशन को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से बंद पड़ी कताई मिलों को दोबारा प्रारंभ करने के लिए बजट में एमएसएमई पार्क के लिए 200 करोड़ का प्रावधान किया गया है। इससे उद्यमियों की मुश्किलें आसान होंगी और उनकी आत्मनिर्भरता बढ़ेगी। यह योगी का विकास बजट है।

उत्तर प्रदेश की राजनीति बड़े बदलाव की ओर

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को प्रयागराज का दौरा किया। समर्थकों के हुजूम और उत्साह से वह भी उत्साहित हैं। सपा नेता ने ट्वीट किया है कि इलाहाबाद में जिस प्रकार आम जनमानस का अपार समर्थन देखने को मिला उसने दर्शा दिया कि अगले चुनाव में उप्र की राजनीति एक बड़े बदलाव की ओर जा रही है। इलाहाबाद की सच्ची देशभक्ति एवं जागरूक जनता राजनीति को सदैव सही दिशा देती रही है। अंत में लिखा है, शुक्रिया इलाहाबाद। बाइस में बाइसिकल।

पूर्व मुख्यमंत्री ने लिखा प्रयागराज को इलाहाबाद

पूर्व उप मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट में जिले का नाम प्रयागराज नहीं, बल्कि इलाहाबाद लिखा है। इसे लेकर स्थानीय भाजपा नेताओं का कहना है कि सपा नेता को जिले का सही नाम लेना चाहिए। आखिर स्थान का सही नाम न लेना बताता है कि वह भूतकाल में हैं। यदि वर्तमान में लौटेंगे तो सच्चाई का पता चलेगा और उन्हें अपनी जमीनी हकीकत का भी पता चलेगा।


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