श्रीगोदा गोविद विवाह महोत्सव में झूमे श्रद्धालु
गोदाजी की सवारी के साथ डफ एवं सहनाईया बज रही थीं। सायंकाल स्वर्णिम झूले पर गोदा देवी को विराजमान कराकर हल्दी चढ़ाई गई।
देवरिया: शहर के कसया रोड पर स्थित श्रीतिरुपति बालाजी मंदिर में श्रीगोदा गोविद विवाह महोत्सव गुरुवार की देर रात धूमधाम से मनाया गया। महा मंडपम में जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी राजनारायणाचार्य ने कहा कि भाव से ही भगवान मिलते हैं। भगवान से संबंध जोड़ने पर ही भाव बनता है। जो भगवान मंदिर में विराजमान हैं, वही भगवान् सभी प्राणियों के हृदय में भी विराजमान हैं, इसीलिए सभी प्राणियों के प्रति श्रद्धा भाव रखना चाहिए। मनुष्य की तरह भगवान का जन्म एवं मृत्यु नहीं होता। मकर संक्रांति को श्रीगोदा गोविद विवाह महोत्सव के साथ ये अनुष्ठान पूर्ण हो गया।
गुरुवार को प्रात:काल चार बजे विश्वरूप दर्शन के बाद नित्य भगवदाराधन, मंत्रपुष्प, अर्चना, तिरुपावै का पाठ, नित्य सवारी, शात्तुमोरा, हिन्दी तिरुपावै का सामूहिक पाठ के बाद बालाजी को विविध प्रकार के व्यंजन भोग लगाकर प्रसाद वितरण किया गया। भक्त जनों ने प्रसाद ग्रहण किया। श्रीमद्भागवत का आचार्यों ने पाठ किया। गोदाजी की सवारी के साथ डफ एवं सहनाईया बज रही थीं। सायंकाल स्वर्णिम झूले पर गोदा देवी को विराजमान कराकर हल्दी चढ़ाई गई। इसके बाद बरात निकालकर भगवान् का मुखोल्लास किया गया। वरमाला के बाद विधि विधान से विवाह उत्सव हुआ। यहां अशोक कुमार अग्रवाल, आनंद अग्रवाल झुनझुनवाल, श्रीप्रद्युम्न तिवारी, चन्द्रशेखर मिश्र, रमेश बरनवाल, विष्णु मिश्र, उपेन्द्र राय, डा.अभय द्विवेदी, गुलाब सिंह, प्रभुदयाल जयसवाल, संजय जाखोदिया, सत्यप्रकाश कमानी, देवदत्त केजरीवाल आदि उपस्थित रहे।
गाजे-बाजे के साथ निकली कलश यात्रा
देवरिया : सदर ब्लाक के ग्राम पंचायत बबुनी बाबू चौमुखा में मां पीतांबरा बगला सर्व सिद्धा मंदिर से भावात्मक महायज्ञ के लिए गुरुवार को भव्य कलश यात्रा निकाली गई। हाथी, घोड़ा, गाजे बाजे के साथ निकली कलश यात्रा में शामिल श्रद्धालु बरहज सरयू तट पहुंचे और यहां पूजन अर्चन कर कलश में जल भरे। यज्ञ मंडप पहुंच कलश की स्थापना की गई। मां पीतांबरा के जयघोष से वातावरण भक्तिमय रहा।
मां पीतांबरा बगला सर्व सिद्धा भावनात्मक महायज्ञ के यज्ञाचार्य पंडित पारसनाथ दुबे, कार्यक्रम के संयोजक संजय दुबे ने बताया कि भावनात्मक महायज्ञ गुरुवार से प्रारंभ होकर 21 जनवरी तक चलेगा। दिन में हवन पूजन अनुष्ठान किए जाएंगे और रात को मथुरा से पधारे कलाकारों द्वारा रासलीला का मंचन किया जाएगा। इस अवसर पर पंडित कपिल देव बाजपेई ,पंडित अनिकेश चतुर्वेदी, अनिल दुबे, अक्षयवर कुशवाहा, विजय कुमार, हृदयानंद विश्वकर्मा, सनी, कमलेश कुशवाहा देवेंद्र चौबे कुमारी स्तुति, कुमारी सृष्टि आदि मौजूद रहे।